Balu Mafia, बक्सर: बिहार के बक्सर जिले में खनन माफियाओं (Balu Mafia) का गोरखधंधा एक बार फिर सुरू हो चुका। आलम यह है कि अगर आपको बक्सर से गोलंबर होते हुए पटना या उत्तर प्रदेश कि ओर जाना हो, या फिर इन जगहों से गोलंबर होते हुए वापस बक्सर की ओर आना हो तो कई घंटो तक जाम में फसे रहना पडता है। और इन लंबे वाहनों के जाम का सबसे बड़ा कारण ये ट्रक हैं जो धडल्ले से बालू का गोरख धंधा (Balu Khanan Bihar) कर रहे हैं।
Buxar SP और पुलिस बल कि टीम संग ट्रकों का जांच
हाल के समय में मौजूदा हालात की बात करें तो बालू लदे ट्रकों की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा करना चुनौतीपूर्ण हो गया है। रात होते ही डुमरांव से बक्सर और बक्सर से डुमराँव और उत्तरप्रदेश जाने वाली लेन पर ट्रकों की लंबी कतार लग जाती है, जिससे अन्य वाहनों को अपना रास्ता बदलना पड़ता है। और बता दे कि इसी समस्या से निजात दिलाने के लिए मंगलवार की रात बक्सर के जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने इस बात का जीम्मा उठाते हुए, Buxar SP शुभम आर्य और पुलिस बल कि टीम संग ट्रकों का जांच सुरू किया।
150 ट्रको की जांच, 7,38,000 रूपये का जुर्माना
प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक कि साझेदारी में यह कार्रवाई मंगलवार रात तकरीबन 10 बजे सुरू हुई, जो बुधवार सुबह 4 बजे तक चली। वहीं जिलाधिकारी द्वारा किये गए इस कार्रवाई में 150 ट्रको की जांच कि गई। जिसके बाद ट्रकों पर कुल 7,38,000 रूपये का जुर्माना लगाया गया। इस पूरी कार्रवाई में Buxar SDM धीरेंद्र कुमार मिश्रा के साथ बक्सर और डुमरांव के एसडीपीओ के साथ ही खनन और अन्य विभागों के कर्मी सक्रिय रूप से लगे रहे। साथ ही जिले के सभी थानों में एक साथ जांच अभियान चलाया गया।
Balu Mafia: 6 ट्रकों से 3 लाख का जुर्माना
बता दें कि जिलाधिकारी द्वारा ट्रकों (Balu Mafia) के प्रति किए जा रहे इस कार्रवाई के दौरान उनके साथ मौके पर परिवहन और खनन विभाग भी उपस्थित थे। नतीजतन खनन विभाग ने 6 ट्रकों से 3 लाख का जुर्माना वसुला, जिनपर लाल पट्टी और बालू पर तिरपाल (Balu Khanan Bihar) नहीं लगा हुवा था। इसके अलावा छह वाहनों पर तीन लाख का जुर्माना लगाया। इसके अलावा ट्रैफिक थाने (DTO) ने गाडियों पर 80,000 रुपये का जुर्माना लगाया।
Balu Khanan Bihar: एक रात में 11,00,000 रुपये का राजस्व
बता दें कि ट्रकों पर की गई इस फाइन से महज़ एक रात कि कार्यवाही में सरकार को तकरीबन 11,00,000 रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। मगर गौरतलब है कि यह राशि अभी पूरी तरह खाते में जमा नहीं हुई है, ऐसे में जुर्माने की राशि सरकारी खाते में जमा होने के बाद ही राज्य हित में उपयोग की जाएगी।