Earthquake: नमस्कार दोस्तों। बिते दो हफ्तों में दूसरी बार Delhi NCR में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। वहीं बुधवार दोपहर को एक बार फिर दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) में भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए हैं। बता दें कि बुधवार को आए इस भुकंप का केंद्र पाकिस्तान था। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक रेक्टर स्केल पर भुकंप की तीव्रता 5.8 दर्ज की गई है।
अफगानिस्तान में भी महसूस किए गए भूकंप के झटके
मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके अलावा अफगानिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। चंडीगढ़, जयपुर, दिल्ली और नोएडा समेत कुछ भारतीय शहरों में हल्की भूकंपीय गतिविधि देखी गई। हालांकि, अब तक मिली जानकारी के आधार पर किसी के हताहत होने या नुकसान की कोई खबर नहीं है। आपको बता दें कि हाल के महीनों में उत्तर भारत में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
क्या कहते हैं वैज्ञानिक!
ऐसा माना जाता है कि यह भारतीय और यूरेशियन प्लेटों के टकराने का नतीजा है। कुछ वैज्ञानिकों के अनुसार, यह एक सतत प्रक्रिया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, प्लेटों के झुकने में सबसे पहले ऊर्जा संग्रहित होती है। हिमालय से निकटता के कारण दिल्ली में भूकंप के कंपन हो रहे हैं। सबसे ज़्यादा संवेदनशील कौन से स्थान हैं? हिमालय पर्वतमाला के आस-पास के क्षेत्रों में भूकंप की संभावना ज़्यादा है। लद्दाख, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भूकंप का ख़तरा ज़्यादा माना जाता है। यहाँ भारी तबाही हो सकती है। भूकंप से दिल्ली तबाह हो सकती है। वैज्ञानिकों के पास दिल्ली को लेकर इसके अलावा भी कई राय हैं।
आखिर क्यों दिल्ली में है भारी नुकसान की संभावना?
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में 100 से ज़्यादा व्यापक और गंभीर खामियाँ हैं। इसलिए, भूकंप से यहाँ भी भारी नुकसान होने की संभावना है। कई विशेषज्ञों ने भूकंप के प्रति दिल्ली की संरचनात्मक कमज़ोरी पर चिंता जताई है। इस क्षेत्र में घर एक-दूसरे के बहुत करीब हैं; वे एक-दूसरे के बगल में स्थित हैं। लोगों को खुले मैदान में जाना मुश्किल लगता है, भले ही वे चाहें।