Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या के राम मंदिर से जुडी़ एक बड़ी खबर सामने आ रही है। वहीं अब बात करें उस खबर कि तो प्रभु श्री राम के अयोध्या स्थित इस मंदिर जैसा ऐक और मंदिर बनाया जाएगा। अब सायद आपको यह बात जानकार हैरानी हो, कि दुसरे भव्य राम मन्दिर का निर्माण अमेरिका में किया जाएगा। आपको बता दें कि इस मंदिर का निर्माण स्वामी सत्यानंद सरस्वती फाउंडेशन द्वारा कराया जाएगा।
पांच एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा Ayodhya Ram Mandir जैसा एक और मंदिर
अब बात करें मंदिर से जुड़े कुछ खास बातों कि तो इसका निर्माण अमेरिका के ह्यूस्टन शहर के पर्ललैंड में वैश्विक हिंदू समुदाय के लिए Ayodhya Ram Mandir के जैसा हि एक और विशाल मंदिर का निर्माण किया जाएगा। बताया जा रहा है कि यह मंदिर पांच एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा।
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मंदिर के निर्माण का प्रारंभिक चरण
बता दें कि मंदिर का निर्माण कार्य एक निश्चित समय सीमा के भीतर पूरा होने का अनुमान है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, मंदिर के निर्माण का प्रारंभिक चरण 24 नवंबर, 2026 तक पूरा होने का उम्मीद है। केरल हिंदू उत्तरी अमेरिका सम्मेलन के हिस्से के रूप में, फाउंडेशन 23 नवंबर, 2025 को एक महत्वपूर्ण और पवित्र स्थान पर ‘बलालया प्रतिष्ठा समारोह’ आयोजित करने की योजना बना रहा है।
अमेरिका में बनाया जाएगा भव्य मंदिर
आपको बता दें कि अमेरिका में बनने वाले इस नये और भव्य मंदिर को प्रसिद्ध श्रीमीनाक्षी मंदिर के ठीक सामने बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में हिंदुओं की एक बड़ी आबादी रहती है। वहीं प्यू रिसर्च सेंटर ने अनुमान लगाया था कि 2015 तक, अमेरिका में हिंदू धर्म के 1.7 मिलियन अनुयायी रहते थे। बहरहाल इस परियोजना से आध्यात्मिक एकता को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही सांस्कृतिक विरासत की रक्षा और वैश्विक हिंदू समुदाय सशक्त बनेगा।
A Foundation of Kerala Hindus in the US will construct a Temple modelled after the Ram Mandir in Houston, Texas.
— Sensei Kraken Zero (@YearOfTheKraken) December 15, 2024
The Temple will face the Meenakshi Temple and soil will be brought from Temples of local deities in Kerala to be used in the construction of the new temple. pic.twitter.com/XfqYcns6yY
मंदिर के निर्माण कि आधिकारिक घोषणा
बता दें कि इस मंदिर के निर्माण कि आधिकारिक घोषणा एक समारोह के दौरान अट्टुकल तंत्री वासुदेव भट्टाथिरी की अगुवाई में कि गई थी। इस कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए थें। इस मंदिर का निर्माण स्वामी सत्यानंद सरस्वती फाउंडेशन द्वारा कराया जाएगा।