बक्सर: दहेज के लिए पति ने निकाला घर से बाहर, पत्नी ने लगाया भाभी संग अवैध संबंध का आरोप; जानिए पूरा मामला
Buxar News: बक्सर जिले से एक चौंकाने वाला दहेज प्रताड़ना (Buxar Dowry harassment case) का मामला सामने आया है, जहां कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र की एक युवती ने अपने पति और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि उसकी शादी के महज़ कुछ ही महीने बाद दहेज की मांग, मारपीट और मानसिक प्रताड़ना शुरू हो गई।
शादी के बाद बदल गया माहौल
बता दें कि पीड़िता की शादी 23 अप्रैल 2024 को वाराणसी निवासी विष्णु सेठ (पिता सचितानंद वर्मा) के साथ हुई थी। शुरुआती दिनों में सबकुछ सामान्य था, लेकिन कुछ ही समय बाद पति और परिवार ने दहेज में एक लाख रुपये नगद, सोने की सिकड़ी, पलंग और बाइक की मांग शुरू कर दी। ऐसे में जब दहेज की मांग पूरी नहीं हुई, तो ससुराल वालों का व्यवहार अचानक बदल गया और युवती को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा।
अवैध संबंध का लगा आरोप
युवती ने यह भी गंभीर आरोप लगाया है कि उसका पति विष्णु सेठ अपनी भाभी गीता देवी के साथ अवैध संबंध रखता है। जब पीड़िता ने इस पर विरोध जताया, तो उसे गाली-गलौज और मारपीट का शिकार होना पड़ा। हालांकि, अभी इस आरोप की पुष्टि पुलिस जांच के बाद ही हो सकेगी, लेकिन इस आरोप ने मामले को और अधिक गंभीर बना दिया है।
रातों-रात घर से निकाली गई पत्नी
पीड़िता ने बताया कि 29 जून 2024 की रात करीब 10:30 बजे उसके गहने छीन लिए गए और उसे जबरन घर से बाहर निकाल दिया गया। उस समय उसकी गोद में पांच महीने की बच्ची थी। तब से वह अपने मायके में रह रही है और न्याय की उम्मीद लगाए बैठी है।
गौरतलब है कि एक नवविवाहिता को इस तरह बच्ची के साथ घर से निकाल देना सामाजिक संवेदनशीलता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर शुरू की जांच
महिला ने अपने पति विष्णु सेठ, सास, जेठानी और ननदों पर दहेज प्रताड़ना, मारपीट और गहने छीनने का आरोप लगाते हुए महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और अब इसकी विस्तृत जांच की जा रही है। बता दें कि दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा के मामलों में कानून सख्त प्रावधान करता है, लेकिन समाज में इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
समाज और कानून पर बड़ा सवाल
खास बात यह है कि सरकार और सामाजिक संगठन लगातार दहेज प्रथा के खिलाफ अभियान चलाते हैं, लेकिन फिर भी दहेज प्रताड़ना जैसे मामले थमने का नाम नहीं ले रहे। बक्सर का यह मामला भी यही दिखाता है कि शादी के बाद भी बेटियों को सुरक्षा और सम्मान की गारंटी नहीं मिल पा रही है।
आगे क्या होगी कार्रवाई?
पुलिस का कहना है कि जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यदि पीड़िता के आरोप सही पाए जाते हैं, तो पति और ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा की धाराओं में कार्रवाई तय है। यह मामला समाज के सामने एक बार फिर यह सवाल खड़ा करता है कि आखिर कब तक बेटियों को दहेज जैसी कुप्रथा का शिकार होना पड़ेगा? आपको बता दें कि हर साल हजारों महिलाएं ऐसे मामलों में पीड़ित बनती हैं।