बक्सर में अवैध हथियार फैक्ट्री का भंडाफोड़, 6 गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार; कुख्यात चंदन मिश्रा से जुड़े है तार
Buxar Illegal Gun Factory: बिहार के बक्सर जिले में शनिवार को पुलिस ने एक बड़ी सफलता दर्ज की। औद्योगिक थाना क्षेत्र के दल सागर गांव में संचालित अवैध हथियार फैक्ट्री का खुलासा करते हुए पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किया। इस कार्रवाई में छह लोग गिरफ्तार किए गए, जबकि मुख्य आरोपी दिनेश यादव फरार होने में सफल रहा। इस खुलासे से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है।
Buxar Illegal Gun Factory: गुप्त सूचना से हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस अधीक्षक शुभम आर्य को गुप्त सूचना मिली थी कि दल सागर गांव में अवैध हथियार बनाए जा रहे हैं। सूचना की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने सदर एसडीपीओ गौरव पांडेय के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। शनिवार सुबह की गई छापेमारी में पुलिस को वह सबूत मिले, जिससे स्पष्ट हो गया कि यह कोई मामूली फैक्ट्री नहीं, बल्कि संगठित अपराध का गढ़ थी।
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बक्सर पुलिस की हालिया छापेमारी में अवैध फैक्ट्री से 03 देशी पिस्टल, 18 जिंदा कारतूस, 02 मैग्जीन, 04 मोटरसाइकिल और 06 एंड्रॉयड मोबाइल बरामद किए गए। साथ ही हथियार बनाने के उन्नत औजार भी जब्त हुए, जो दर्शाता है कि यह फैक्ट्री बड़े पैमाने पर सक्रिय थी। पुलिस को आशंका है कि यहां बने हथियार न केवल बक्सर बल्कि बिहार और उत्तर प्रदेश तक सप्लाई किए जा रहे थे। सूत्रों का कहना है कि इस नेटवर्क के तार मुंगेर के कुख्यात हथियार सप्लायरों से जुड़े हो सकते हैं। जांच के बाद और भी बड़े खुलासे की संभावना है।
चंदन मिश्रा गैंग की बड़ी साजिश
छापेमारी में पकड़ा गया दुर्गेश उपाध्याय, कुख्यात चंदन मिश्रा गैंग का सदस्य निकला। पुलिस का मानना है कि चंदन मिश्रा की हत्या के बाद गैंग दोबारा सक्रिय होने की कोशिश कर रहा था। गैंग ने बड़े हमले की योजना बनाई थी और इसके लिए मुंगेर से दो कुशल हथियार कारीगरों को बुलाकर अवैध हथियार फैक्ट्री संचालित की जा रही थी। एसपी शुभम आर्य ने बताया कि इस फैक्ट्री से तैयार किए गए हथियार किसी बड़े आपराधिक वारदात के लिए भेजे जाने थे। यह भी संदेह है कि बक्सर और आस-पास के जिलों में आपराधिक नेटवर्क को हथियारों की सप्लाई की जा रही थी।
गिरफ्तार आरोपियों की सूची और आपराधिक पृष्ठभूमि
- संदीप यादव – सा० दल सागर, बक्सर। कई आपराधिक मामलों में शामिल।
- अनुप पासवान – सा० बेलाउर, बक्सर। आर्म्स एक्ट व अन्य धाराओं में मामला दर्ज।
- दुर्गेश उपाध्याय – सा० मंझरिया, बक्सर। चंदन मिश्रा गैंग का सक्रिय सदस्य।
- दयानंद यादव – सा० बेलाउर, बक्सर। हत्या प्रयास समेत गंभीर आरोप।
- राजेश कुमार – सा० मिर्जापुर, मुंगेर। पिस्टल बनाने का कारीगर।
- सुनील पोदार – सा० चंदनबाग, मुंगेर। हथियार निर्माण में विशेषज्ञ।
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छापेमारी के दौरान मुख्य आरोपी दिनेश यादव फरार
इन सभी की गिरफ्तारी से बक्सर पुलिस को उम्मीद है कि पूरे आपराधिक नेटवर्क का खुलासा संभव होगा। गौरतलब है की पुलिस छापेमारी के दौरान मुख्य आरोपी दिनेश यादव फरार हो गया। पुलिस लगातार उसकी तलाश में जुटी है। माना जा रहा है कि दिनेश यादव ही इस फैक्ट्री का मास्टरमाइंड था और उसने ही मुंगेर से कारीगरों को बुलाया था। पुलिस चंदन मिश्रा गैंग के एक अन्य सदस्य धीरज मिश्रा की भी तलाश कर रही है, जिससे दुर्गेश उपाध्याय की लगातार बातचीत होती थी। पुलिस का मानना है कि इन दोनों की गिरफ्तारी से आपराधिक गतिविधियों का पूरा नेटवर्क सामने आएगा।
बक्सर पुलिस की सख्त कार्रवाई ने अपराधियों में डर पैदा किया
इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया है कि बक्सर पुलिस अपराधियों को बख्शने वाली नहीं है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस छापेमारी से इलाके में अपराधियों के हौसले टूटे हैं और आम जनता ने राहत की सांस ली है। एसपी शुभम आर्य ने कहा, “हम किसी भी कीमत पर बक्सर को अपराधमुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अवैध हथियार फैक्ट्रियों और अपराधियों पर लगातार सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।”
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बहरहाल अवैध हथियार फैक्ट्री के इस भंडाफोड़ ने यह साबित कर दिया है कि अपराधी कितनी भी चालाकी से काम करें, बक्सर पुलिस की सतर्कता के सामने उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि फरार आरोपी दिनेश यादव कब पुलिस की गिरफ्त में आएगा और चंदन मिश्रा गैंग के नेटवर्क का पर्दाफाश कब होगा।