Karan Singh arrested in 1 Crore Buxar Rangdari Case
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बक्सर: अमित राय से 1 करोड़ की रंगदारी मामले में करण सिंह गिरफ्तार, शेरू सिंह से है कनेक्शन

Buxar Rangdari Case:बिहार के बक्सर जिले में अमला टोली निवासी अमित कुमार राय से घर खाली कराने और एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने मुख्य आरोपी करण सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस को शक है कि इसके पीछे कुख्यात अपराधी शेरू सिंह का हाथ हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, आरोपी के पास से कुछ आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है। फिलहाल बक्सर पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और नेपाल कनेक्शन व हथियार तस्करी की भी पड़ताल की जा रही है।

Buxar Rangdari Case: क्या है पूरा मामला

सूत्रों के अनुसार, 25 जुलाई को करण सिंह नाम के युवक ने पहली बार अमित कुमार राय को फोन कर धमकी दी। धमकी में उसने साफ कहा कि या तो घर खाली करो, या एक करोड़ रुपये दो। इसके बाद 27 जुलाई को वह खुद अमित राय के घर पहुंच गया और सीसीटीवी कैमरे हटाने की धमकी दी। इस दौरान उसने यह भी कहा कि यदि फोन बंद किया गया तो नतीजे खतरनाक होंगे। बहरहाल पीड़ित ने 28 जुलाई को नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद बक्सर पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की।

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शिकायत के बाद पुलिस ने सबूत जुटाने शुरू किए और जल्द ही करण सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं इस मामले में सदर डीएसपी गौरव पांडेय ने बताया कि Karan Singh की गिरफ्तारी घर कब्जा करने से जुड़ी शिकायत के आधार पर की गई है। उन्होंने बताया की पूछताछ में अब तक कई महत्वपूर्ण सुराग सामने आए हैं, जिनसे पता चलता है कि करण का संपर्क बड़े अपराधियों से रहा है।

शेरू सिंह से है गहरा कनेक्शन

सबसे बड़ा खुलासा तब हुआ जब जांच में करण का नाम शेरू सिंह से जुड़ा पाया गया। शेरू पहले से ही कुख्यात अपराधी माना जाता है।
एसपी शुभम आर्य ने बताया कि करण सिंह के पास से आपत्तिजनक तस्वीरें और कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि शेरू के इशारे पर ही एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई थी। पुलिस का कहना है कि जरूरत पड़ने पर इस मामले में अलग से प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।

सूत्रों के मुताबिक, Karan Singh का गिरोह केवल रंगदारी तक सीमित नहीं है। पुलिस को संदेह है कि इस गिरोह का कनेक्शन नेपाल से भी जुड़ा हो सकता है। कराए गए मोबाइल डाटा की जांच में ऐसे सुराग मिले हैं, जो इस गिरोह को हथियार तस्करी से जोड़ सकते हैं। हालांकि पुलिस अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रही है।

कौन है करण सिंह

करण सिंह, सिमरी थाना के दुल्हपुर गांव का रहने वाला है। फिलहाल वह औद्योगिक थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव के पास रह रहा था। दिलचस्प बात यह है कि शेरू भी इसी गांव का निवासी है, जिससे पुलिस का शक और गहरा गया है। पुलिस का मानना है कि करण पहले से ही अपराध जगत से जुड़ा रहा है और इस बार वह बड़े गिरोह का हिस्सा बनकर काम कर रहा था।

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बहरहाल Buxar Rangdari Case की जांच के लिए बक्सर पुलिस ने दो से तीन विशेष टीमें गठित की हैं। ये टीमें विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर रही हैं। लेकिन अब तक किसी बड़ी बरामदगी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि जांच के बाद स्थिति और साफ हो जाएगी।

अब भी दहशत में है पीड़ित परिवार

अमला टोली के रहने वाले अमित कुमार राय और उनका परिवार इस पूरी घटना से बेहद सहमा हुआ है। हालांकि आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उन्हें राहत मिली है, लेकिन परिवार को डर है कि गिरोह के अन्य सदस्य अभी भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं। परिवार ने पुलिस से लगातार सुरक्षा की मांग की है। पुलिस प्रशासन ने साफ किया है कि Buxar Rangdari Case को पूरी गंभीरता से लिया जाएगा। आरोपी से गहन पूछताछ जारी है और आने वाले दिनों में कई और नाम सामने आ सकते हैं। यदि नेपाल कनेक्शन और हथियार तस्करी की पुष्टि होती है तो यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ सकता है।

बक्सर में घटित इस रंगदारी मामले ने यह साबित कर दिया है कि संगठित अपराध अब छोटे शहरों तक पहुंच चुका है। करण सिंह की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है, लेकिन असली चुनौती पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करना है। आने वाले दिनों में यह जांच न सिर्फ स्थानीय अपराधियों बल्कि अंतरराष्ट्रीय कनेक्शनों को भी बेनकाब कर सकती है।

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