Sanitation Supervisor Death, बक्सर: शनिवार को बिहार के बक्सर जिले के नया भोजपुर थाना क्षेत्र में स्थित खलवा ईनार के पास एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। यह हादसा उस समय हुआ जब दो स्वच्छता पर्यवेक्षक हाईवे किनारे चाय की दुकान पर बातचीत कर रहे थे। तभी एक तेज रफ्तार ट्रेलर ने उनका सब कुछ छीन लिया।
चाय की दुकान के पास खड़े थे रंजन और प्रियंका, दुकान में जा घुसा बालू लदा ट्रेलर
हादसा NH 922 पर उस वक्त हुआ जब रंजन कुमार सिंह और उनकी सहयोगी पर्यवेक्षक प्रियंका, बाइक खड़ी कर एक चाय की दुकान के पास बातचीत कर रहे थे। तभी बालू लदा ट्रेलर, जो आरा की ओर से आ रहा था, अचानक अनियंत्रित होकर चाय दुकान में जा घुसा और दोनों को रौंद डाला।
बक्सर में तेज रफ्तार ट्रैक्टर से दर्दनाक हादसा, 20 वर्षीय अनुज की मौके पर मौत
रंजन कुमार सिंह, खलवा ईनार निवासी श्रीभगवान यादव के पुत्र थे और कसिया पंचायत में स्वच्छता पर्यवेक्षक के पद पर कार्यरत थे। हादसे में रगड़ लगने और टक्कर की तीव्रता से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। लिहाजा उनकी मौत की सूचना मिलते ही विभागीय कर्मियों और ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई।
महिला पर्यवेक्षक प्रियंका गंभीर रूप से घायल
इस भीषण दुर्घटना में रायबरेली निवासी महिला पर्यवेक्षक प्रियंका गंभीर रूप से घायल हो गईं। उन्हें तुरंत पास के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से स्थिति को देखते हुए उन्हें रेफर कर दिया गया। उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
तेज रफ्तार में थी ट्रेलर, चालाक नहीं कर पाया कंट्रोल
जैसे ही यह भयावह हादसा (Sanitation Supervisor Death) हुआ, स्थानीय ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। चारों ओर चीख-पुकार मच गई। कई लोगों ने बताया कि ट्रेलर इतनी तेजी से आ रहा था कि चालक को कंट्रोल करने का समय तक नहीं मिला।ग्रामीणों ने गुस्से में सड़क जाम कर दिया और मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों से ट्रेलर चालक पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने जब्त किया ट्रेलर, चालक की तलाश जारी
हादसे की सूचना मिलते ही नया भोजपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने स्थिति को संभालते हुए ट्रेलर को जब्त कर लिया और चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस अब पूरे मामले की जांच कर रही है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।
आपको बता दें की रंजन की असामयिक मृत्यु से विभाग में शोक की लहर फैल गई है। एक साथी ने बताया, “रंजन भाई हमेशा मुस्कुराते रहते थे और हर किसी की मदद को आगे आते थे। उनकी कमी अब हमेशा खलेगी।”
लोगों का कहना है कि यह हादसा सड़क सुरक्षा व्यवस्था की विफलता पर एक बड़ा सवाल उठाता है। तेज रफ्तार, भारी वाहन, और लापरवाह ड्राइविंग—ये सभी अब आम हो चुके हैं। लिहाजा अब ग्रामीण मांग कर रहे हैं कि NH 922 जैसे व्यस्त मार्गों पर स्पीड ब्रेकर, CCTV कैमरे, और नियमित चेकिंग अनिवार्य की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।