Mahakumbh 2025: साल 2025 में लगने वाले महाकुंभ 2025 के लिए सुरक्षा उपायों को काफी बढ़ा दिया गया है। जिसमें 50,000 सैनिकों की तैनाती की गई है। आतंकवाद, साइबर हमले, ड्रोन हमले और मानव तस्करी सहित संभावित खतरों से निपटने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। सुरक्षा को मजबूत करने के लिए पूरे क्षेत्र में ड्रोन को रणनीतिक रूप से तैनात किया गया है।
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मुख्यमंत्री ने किया Mahakumbh 2025 के तैयारियों का आकलन किया
बता दें कि सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने Mahakumbh 2025 के चल रही तैयारियों का आकलन किया और बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए श्रद्धालुओं के लिए एक सहज अनुभव सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे व्यापक उपायों की रूपरेखा तैयार की। सीएम योगी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पहली बार आगंतुक गंगा रिवरफ्रंट को देखेंगे।
दुषित पानी को नदी में जाने से रोकने के चल रहे हैं प्रयास
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि, मैं Mahakumbh 2025 से संबंधित प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए यहां आया हूं। उत्तर प्रदेश जल बोर्ड और सिंचाई विभाग, गंगा का स्पष्ट दृश्य प्रदान करने के लिए लगन से काम कर रहे हैं। उन्होने बताया कि दुषित पानी को नदी में जाने से रोकने के प्रयास चल रहे हैं। वहीं गंगा रिवरफ्रंट का काम 30 दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है।
अस्थायी अस्पताल की स्थापना
मुख्यमंत्री योगी ने विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि, स्वास्थ्य विभाग ने 100 बेड से सुसज्जित अस्थायी अस्पताल की स्थापना की है। इसके अलावा इस महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों को पहली बार प्रयागराज की झांकी देखने का भी अवसर मिलेगा। बता दे की महाकुंभ 2025 की तैयारियों की समीक्षा के दौरान Yogi Adityanath ने प्रयागराज के दशाश्वमेध घाट पर पूजा की और गंगा आरती में भाग लिया।
Mahakumbh 2025: सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व माना जाता है महाकुंभ
महाकुंभ को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता के भीतर सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व माना जाता है। यह भव्य अवसर मुख्य रूप से चार पवित्र स्थानों पर होता हैः प्रयागराज, नासिक, उज्जैन और हरिद्वार। श्रद्धालु आगामी समारोहों के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। आध्यात्मिक परंपराओं के अनुसार, महाकुंभ के दौरान गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करने से व्यक्ति, अपने जीवन के पापों से मुक्त हो जाता है। और मोक्ष की ओर ले जाता है। इसके अतिरिक्त, इसे आत्मा और शरीर दोनों को शुद्ध करने के साधन के रूप में देखा जाता है।
इस महाकुंभ में आएंगे 45 करोड़ तीर्थयात्री
आपको बता दे की हर 12 साल के अंतराल पर महाकुंभ का पर्व मनाया जाता है। इस बार साल 2025 में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में महाकुंभ मेला रहेगा। वहीं विभागीय आंकड़ों के मुताबिक इस महाकुंभ में 45 करोड़ तीर्थयात्री आएंगे।
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