Ravidas Jayanti Holiday: दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा सरकारों ने गुरु रविदास जयंती के उपलक्ष्य में 12 फरवरी 2025 को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इस निर्णय के तहत इन राज्यों के सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल, स्वायत्त निकाय और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां बंद रहेंगी। इस घोषणा की पुष्टि दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने एक आधिकारिक परिपत्र के माध्यम से की। परिपत्र के अनुसार, पहले नवंबर 2024 में गुरु रविदास जयंती के लिए एक सीमित अवकाश निर्धारित किया गया था। हालांकि, इसे अब एक पूर्ण सार्वजनिक अवकाश के रूप में अपग्रेड कर दिया गया है।
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Ravidas Jayanti का महत्व सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व
गुरु रविदास जयंती संत और महान विचारक गुरु रविदास के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है। 15वीं सदी के इस महान संत ने जाति और वर्गभेद के खिलाफ सामाजिक समरसता का संदेश दिया। उनके भक्ति संगीत और शिक्षाएं आज भी समाज को प्रेरणा देती हैं। यह पर्व खासतौर पर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, चंडीगढ़ और हिमाचल प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन धार्मिक जुलूस निकाले जाते हैं, भजन-कीर्तन होते हैं और लोग गुरु के उपदेशों का अनुसरण करने का संकल्प लेते हैं। गुरु रविदास की शिक्षाएं समानता और आध्यात्मिकता का प्रतीक हैं।
सामाजिक समरसता और प्रेरणा का प्रतीक
गुरु रविदास जयंती न केवल धार्मिक उत्सव है बल्कि सामाजिक समरसता और भाईचारे का प्रतीक भी है। उनके उपदेश जाति, वर्ग और भेदभाव से ऊपर उठकर मानवता की सेवा पर आधारित थे। इस वर्ष जयंती को विशेष महत्व दिया जा रहा है क्योंकि कई राज्यों में इसे सार्वजनिक अवकाश के रूप में मान्यता दी गई है। गुरु रविदास का जीवन और शिक्षाएं आज के समाज के लिए प्रेरणादायक हैं, जहां विभिन्न प्रकार के विभाजन देखे जाते हैं। उनके विचार हमें समानता, शांति और भाईचारे की दिशा में चलने की प्रेरणा देते हैं।
Ravidas Jayanti Holiday: रविदास जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा
उत्तर प्रदेश सरकार ने 12 फरवरी को संत रविदास जयंती के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश (Ravidas Jayanti Holiday) घोषित कर दिया है। पहले यह दिन स्वैच्छिक अवकाश की श्रेणी में था। अपर मुख्य सचिव जितेंद्र कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी किए। इसी दिन माघी पूर्णिमा का स्नान भी होगा, जिससे धार्मिक आयोजनों का महत्व बढ़ जाएगा। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे गुरु रविदास के समरसता और समानता के संदेश से प्रेरणा लें। दिल्ली-एनसीआर के शहरों में भी इसका व्यापक असर दिखेगा। हालांकि अस्पताल और आवश्यक सेवाएं सामान्य रूप से संचालित रहेंगी।
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दिल्ली-एनसीआर में गुरु रविदास जयंती का सार्वजनिक जीवन पर प्रभाव
गुरु रविदास जयंती के अवसर पर दिल्ली-एनसीआर के शहरों जैसे दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में सार्वजनिक जीवन पर असर देखने को मिलेगा। सरकारी कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों में Ravidas Jayanti Holiday रहेगा। हालांकि, अस्पताल, एंबुलेंस सेवाएं और बिजली-पानी जैसी आवश्यक सेवाएं सामान्य रूप से संचालित होंगी। प्रशासन ने निवासियों से अपील की है कि वे इस खास अवसर पर आयोजनों में भाग लें और गुरु रविदास के समरसता और समानता के संदेश से प्रेरणा लें। उनके विचार सामाजिक भेदभाव को मिटाने और एकता स्थापित करने के लिए आज भी प्रासंगिक हैं।
गुरु रविदास जयंती: समाज के लिए प्रेरणा का संदेश
गुरु रविदास जयंती हमें उनके विचारों और शिक्षाओं को आत्मसात करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है। गुरु रविदास ने समानता, भाईचारे और मानवीय मूल्यों की आवश्यकता पर बल दिया। उनके उपदेश आज भी समाज में समरसता और सकारात्मक परिवर्तन का मार्ग दिखाते हैं। इस अवसर पर लोगों से अपील की जाती है कि वे उनके विचारों से प्रेरणा लेकर सामाजिक भेदभाव को मिटाने और एक समृद्ध समाज के निर्माण का संकल्प लें। गुरु रविदास जयंती पर होने वाले कार्यक्रम हमें उनकी शिक्षाओं को जीवन में उतारने का अवसर देते हैं।