Harikishunpur: बक्सर में बेहद दुखद हादसा! घर में लगी आग, चार माह के बच्चे कि दर्दनाक मौत

4 month old baby died in Harikishunpur

हरिकिशुनपुर, बक्सर: बक्सर जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र से बेहद दुखद हादसा कि खबर सामने आ रही है। बात करें उस खबर कि तो आपको बता दें कि औद्योगिक थाना क्षेत्र के हरिकिशुनपुर (Harikishunpur) गाँव में आज सुबह एक बच्चे की जान चली गई है। दरअसल आज अहले सुबह हरिकिशुनपुर गाँव के महा दलित टोले में मौजूद एक घर में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। वही इस घटना में दुखद बात यह रही कि शॉर्ट सर्किट के कारण घर में लगे उस आग में एक बच्चे की मौत हो गई है। वहीं घटना का शिकार हुए बच्चे की उम्र महज़ चार महीना बताई जा रही है।

परिवार के सदस्यों को लगा गहरा सदमा

बता दें कि इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे गांव (Harikishunpur) में शोक की लहर दौड़ गई है। वहीं मृत बच्चे के परिवार के सदस्यों को इस हादसे से गहरा सदमा लगा है। इस घटना को लेकर जो सामने जानकारी आ रही है उसके मुताबिक, मृत बच्चे के पिता व पीड़ित परिवार के अध्यक्ष जिनका नाम मुटन राम बताया जा रहा है, वह काम-धंधे के तलाश में सुबह घर से निकले थें।

बच्चे को कमरे में सुलाकर खाना बना रही थी माँ

जबकि दुसरी तरफ अपने चार माह के बच्चे को कमरे में सुलाकर मुटन राम की पत्नी कंचन देवी आंगन में खाना बनाने में व्यस्त थीं। मगर बदकिस्मती से जिस कमरे में बच्चा सो रहा था उसी कमरे में शॉर्ट सर्किट होने लगा जिससे निकली चिंगारी ने आग का रूप ले लिया। वहीं छन भर में आग इतने भयावह स्थिति में पहुंच गया कि पुरे कमरे में मौजूद हर वस्तु को जला कर राख कर दिया। जिसमें कि चार महीने का वह मासूम भी जलकर खाक हो गया।

सुचना मिलते ही घटनास्थल पर पुलिस टीम को भेजा गया

बता दे कि यह सारा मामला औद्योगिक थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जिस लिहाज से Harikishunpur में घटनास्थल पर औद्योगिक थाना क्षेत्र के थानाध्यक्ष अविनाश कुमार भी पहुंचे हुवे थें। वहीं इस घटना के संदर्भ में थाना अध्यक्ष ने बताया कि घटना कि सुचना मिलते ही घटनास्थल पर पुलिस टीम को भेजा गया, जिन्होंने बताया कि इस हादसे के पिछे कि वजह शॉर्ट सर्किट है।

पुत्र को बचाने का माँ ने किया अथक प्रयास

वहीं Harikishunpur गाँव के लोगों के मुताबिक आग की लपटें देख बच्चे की माँ कंचन देवी ने अपने पुत्र को बचाने का अथक प्रयास किया। लेकिन आग कि लपटें इतना विक्राल हो चुकी थी कि अंदर पहुंच पाना मुमकिन नहीं था। बहर हाल जैसे तैसे जब लोग अंदर दाखिल हुए तब तक शिशु की दर्दनाक मौत हो चुकी थी। बता दें कि इस घटना का शिकार हुए परिवार के विषय में ग्रामीणों का कहना है कि ये लोग आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं और इस हादसे के बाद उनके पास जीवन व्यापन व्यापन करने के लिए कुछ भी नहीं बचा है।

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