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भारत के ‘Agni 5’ मिसाइल का सफल परीक्षण, 5000+ KM की रेंज, परमाणु क्षमता और जबरदस्त ताकत; चीन-पाकिस्तान में मची हलचल

Agni 5 Missile Launch

Agni-5 Ballistic Missile: भारत ने बुधवार को ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से Agni 5 Missile का सफल परीक्षण किया। रक्षा मंत्रालय ने इसे देश की रणनीतिक क्षमता की बड़ी उपलब्धि बताया है। खास बात यह है कि यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है और इसकी रेंज इतनी लंबी है कि एशिया के बड़े हिस्से, जिसमें चीन भी शामिल है, भारत की जद में आते हैं।

स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड की देखरेख में Agni 5 का सफल परीक्षण

रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, “Intermediate Range Ballistic Missile ‘Agni 5’ को 20 अगस्त 2025 को चांदीपुर, ओडिशा से सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। यह परीक्षण स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड की देखरेख में किया गया और सभी तकनीकी व परिचालन मानकों पर सफल रहा।” गौरतलब है कि स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड भारत की परमाणु संपन्न क्षमताओं का संचालन करती है। इस परीक्षण के बाद भारत ने फिर से दुनिया को दिखा दिया कि वह अपनी सुरक्षा और प्रतिरोधक रणनीति को लेकर कितनी गंभीरता से आगे बढ़ रहा है।

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DRDO की सबसे बड़ी उपलब्धि है Agni 5 Missile

Agni 5 Missile का विकास DRDO ने किया है। इसे पहली बार अप्रैल 2012 में टेस्ट किया गया था। इसकी खासियत है कि यह 5,000 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तक मार करने में सक्षम है। यानी चीन जैसे देश भी भारत की मिसाइल रेंज में हैं। अग्नि-5 एक साथ तीन परमाणु वारहेड तक ले जा सकती है। यही नहीं, वैज्ञानिक अब इसके नए वर्जन पर काम कर रहे हैं, जिनकी रेंज 7,500 किलोमीटर तक हो सकती है। भविष्य में इसे बंकर-बस्टर क्षमता से भी लैस किया जाएगा ताकि यह भारी किलेबंद ठिकानों को भी आसानी से निशाना बना सके।

Agni-5 मिसाइल से पाकिस्तान क्यों है परेशान?

भारत द्वारा अग्नि-5 बैलिस्टिक Missile का सफल परीक्षण पाकिस्तान के लिए चिंता का बड़ा कारण बन गया है। दरअसल, इस Missile की 5000+ किलोमीटर की मारक क्षमता और परमाणु हथियार ले जाने की ताकत उसे रणनीतिक रूप से बेहद खतरनाक बना देती है। इस्लामाबाद स्थित थिंक टैंक Strategic Vision Institute ने साफ कहा है कि भारत का यह कदम क्षेत्रीय स्थिरता के लिए “गंभीर खतरा” है। बता दें कि भारत की प्रगति 2016 में MTCR से जुड़ने के बाद और तेज हुई।

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खास बात यह है कि भविष्य में इसके और भी एडवांस वर्जन 7500 से 8000 किलोमीटर तक की दूरी तक वार कर सकेंगे। यानी भारत की यह Missile वॉशिंगटन, मॉस्को और बीजिंग तक को भी निशाना बनाने में सक्षम होगी। यही कारण है कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि भारत को “अस्थिरता फैलाने वाले कदम” उठाने से रोका जाए और उसे बातचीत के लिए प्रेरित किया जाए। हालांकि, भारत का रुख हमेशा से यह रहा है कि उसकी मिसाइल नीति पूरी तरह से “No First Use” और आत्मरक्षा पर आधारित है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह परीक्षण भारत की सुरक्षा और सामरिक बढ़त को मजबूत करेगा। गौर करने वाली बात है कि भारत की सुरक्षा चुनौतियां केवल पाकिस्तान तक सीमित नहीं हैं, बल्कि चीन की आक्रामक नीतियां भी भारत के लिए बड़ी चिंता रही हैं। ऐसे में अग्नि-5 जैसी लंबी दूरी की मिसाइलें भारत की सुरक्षा रणनीति के अहम हिस्से हैं।

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