Bihar River front Project: बिहार में विकास की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। राज्य के विभिन्न जिलों में गंगा नदी के किनारे रिवर फ्रंट का निर्माण किया जाएगा। यह परियोजना न केवल पर्यावरणीय सौंदर्य को बढ़ावा देगी, बल्कि पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाएगी। गंगा किनारे रिवर फ्रंट के निर्माण की योजना को मूर्त रूप देने के लिए तैयारी जोरों पर है। इसके लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करने हेतु कंसल्टेंट एजेंसी का चयन निविदा प्रक्रिया के माध्यम से किया जा रहा है। फरवरी में टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद, डीपीआर तैयार होने पर कार्य एजेंसी को नियुक्त किया जाएगा और निर्माण कार्य शीघ्र ही शुरू किया जाएगा।
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Patna River front Project: पटना को Tourism Hub बनाने की तैयारी
राजधानी पटना में Bihar River front Project के तहत दो मुख्य क्षेत्रों को विकसित किया जाएगा। दीघा में पाटीपुल घाट से मीनार घाट होते हुए जनार्दन घाट तक, और पटना सिटी में झावगंज घाट से कंगन घाट होते हुए कच्ची घाट तक रिवर फ्रंट बनाया जाएगा। इस परियोजना के तहत गंगा किनारे का सौंदर्यीकरण किया जाएगा, ताकि लोग पैदल यात्रा कर सकें और मनोरंजन के लिए बेहतरीन स्पॉट का आनंद उठा सकें।
Bhagalpur River front Project: गंगा किनारे की Natural Beauty
पटना के अलावा भागलपुर में भी रिवर फ्रंट (Bhagalpur River front Project) के निर्माण की योजना है। यहां चंपा पुल घाट से बरारी तक गंगा के किनारे का सौंदर्यीकरण होगा। यह रिवर ड्राइव क्षेत्र लोगों को लंबी पैदल यात्रा और गंगा के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का अवसर देगा। भागलपुर में 14 गंगा घाटों को आपस में जोड़ा जाएगा, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों (Bhagalpur tourism) को सुविधा होगी।
Bihar River front Project: बिहार के अन्य जिलों में रिवर फ्रंट परियोजनाएं
Bihar Riverfront Project के तहत बिहार के अन्य जिलों में भी रिवर फ्रंट परियोजनाएं शुरू की जाएंगी। प्रत्येक जिले में गंगा और अन्य नदियों के किनारे विभिन्न घाटों का विकास होगा।
- Buxar: अहिल्या घाट से जेल घाट तक कुल 18 घाटों का विकास होगा।
- Muzaffarpur: नवनिर्मित सिद्धि घाट, मुक्ति धाम घाट और आश्रम घाट का विस्तार किया जाएगा।
- Vaishali: नारायणी नदी के तट पर घाट और श्मशान विकसित किए जाएंगे।
- Ara: मुहाली और सिन्हा घाट का निर्माण किया जाएगा।
- Katihar: खरहा गोला और कुरसेला घाट को विकसित किया जाएगा।
- Lakhisarai: बड़हिया घाट का सौंदर्यीकरण होगा।
- Begusarai: मघुरापुर गंगा घाट को बेहतर बनाया जाएगा।
- Chhapra: रिविलगंज घाट का निर्माण होगा।
- Munger: कंकर घाट और मकसुसपुर घाट का विकास होगा।
परियोजना की प्रक्रिया और निर्माण का खाका
इस परियोजना के लिए गंगा किनारे रिवर फ्रंट का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR for River front) तैयार किया जाएगा। डीपीआर बनाने के लिए निविदा के जरिए कंसल्टेंट एजेंसी का चयन किया जा रहा है। फरवरी महीने में इसका टेंडर खुलेगा। डीपीआर तैयार होने के बाद, कार्य एजेंसी का चयन करके निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
समयसीमा और भविष्य की योजना
बिहार अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (BUIDCo) के मुताबिक, अप्रैल तक डीपीआर तैयार कर ली जाएगी। इसके बाद एजेंसी का चयन करके निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इस परियोजना का लक्ष्य गंगा किनारे के क्षेत्रों को न केवल पर्यटन के लिए आकर्षक बनाना है, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और जीवन स्तर को भी उन्नत करना है।
Bihar River front Project: बिहार को मिलेगा नया स्वरूप
गंगा के किनारे रिवर फ्रंट के निर्माण से बिहार के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। यह परियोजना (Bihar River front Project) स्थानीय व्यापार और रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगी। रिवर फ्रंट पर तैरना, नौका विहार, मछली पकड़ना और लंबी पैदल यात्रा जैसी गतिविधियों का लाभ उठाया जा सकेगा। रिवर फ्रंट परियोजना न केवल पर्यावरण के संरक्षण में सहायक होगी, बल्कि लोगों को गंगा के किनारे की प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद लेने का मौका भी देगी। सौंदर्यीकरण के साथ-साथ घाटों को आधुनिक और स्वच्छ बनाया जाएगा, जिससे स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
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