बक्सर: पारिवारिक विवाद में बेटे ने पिता पर तानी पिस्तौल, पुलिस ने किया गिरफ्तार
बक्सर: बिहार के बक्सर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महदह गांव में रविवार की रात एक पारिवारिक विवाद (Buxar Family Dispute) ने खतरनाक मोड़ ले लिया। मामूली कहासुनी के बाद गुस्से में आए बेटे ने अपने ही पिता पर अवैध पिस्तौल तान दी। यह घटना न केवल गांव में चर्चा का विषय बनी, बल्कि पारिवारिक रिश्तों में बढ़ती कड़वाहट और अवैध हथियारों के खतरे को भी उजागर करती है।
Buxar Family Dispute: क्या है पूरा वाक्या?
जानकारी के मुताबिक, महदह गांव निवासी सरोज सिंह और उनके पुत्र रौशन कुमार के बीच किसी घरेलू मुद्दे (Buxar Family Dispute) को लेकर कहासुनी शुरू हुई। विवाद इतना बढ़ा कि रौशन ने गुस्से में आकर घर से अवैध पिस्तौल निकाल ली और अपने पिता को धमकाने लगा। इस अचानक हुए घटनाक्रम से घर में अफरा-तफरी मच गई। परिवार के अन्य सदस्य और पड़ोसी इस स्थिति से घबराकर पुलिस को सूचना देने लगे।सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना प्रभारी शम्भू भगत के नेतृत्व में पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में किया और आरोपी रौशन कुमार को वहीं से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान पुलिस ने उसके कब्जे से एक देशी पिस्तौल बरामद की। थाना प्रभारी ने बताया कि यह मामला आपसी विवाद का है, लेकिन आरोपी के पास अवैध पिस्तौल मिलने के कारण उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
अवैध हथियार पर क्या है कानून और सजा का प्रावधान
भारत में अवैध हथियार रखना कानूनन गंभीर अपराध है और इसके लिए आर्म्स एक्ट 1959 लागू है। इस कानून के तहत बिना लाइसेंस हथियार रखने पर तीन साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा और भारी जुर्माना हो सकता है। हाल के वर्षों में बिहार समेत कई राज्यों में इन हथियारों का नेटवर्क तेजी से फैल रहा है, जिसे खत्म करने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। महदह गांव के मामले में भी पुलिस जांच कर रही है कि आरोपी के पास पिस्तौल कहां से आई और क्या इसके पीछे किसी आपराधिक गिरोह का हाथ है।
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स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और पुलिस का संदेश
बक्सर के महदह गांव में बेटे द्वारा पिता पर हथियार तानने की घटना ने पूरे इलाके को हिला दिया है। स्थानीय ग्रामीण इस घटना के संदर्भ मे कहते हैं कि गांव में कभी ऐसा घिनौना व्यवहार नहीं देखा गया। अब सभी परिवार अपने रिश्तों को मजबूत करने और विवादों को बातचीत से हल करने पर जोर दे रहे हैं। वहीं, थाना प्रभारी शम्भू भगत ने भी लोगों से अपील की है कि अवैध हथियारों की किसी भी सूचना को तुरंत पुलिस के साथ साझा करें। उन्होंने कहा, “गांव की शांति और सद्भाव बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है, हिंसा से बचें और कानून को अपनाएं।”
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बहरहाल महदह गांव की यह घटना स्पष्ट संदेश देती है कि हथियार केवल अपराध को बढ़ावा देते हैं और रिश्तों को बर्बाद करते हैं। एक छोटी कहासुनी के कारण बेटा जेल पहुंच गया और पिता को अपने ही बेटे के खिलाफ गवाही देनी पड़ेगी। अगर ऐसे मामलों में समय रहते हस्तक्षेप न किया जाए, तो यह न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए खतरा बन सकते हैं। इसलिए आवश्यक है कि लोग कानून का सम्मान करें और विवादों को बातचीत से सुलझाने की कोशिश करें।