बक्सर में गंगा का कहर, चेतावनी निशान के करीब पहुँचा पानी, डूबने लगे घाट
Buxar Flood 2025: बक्सर से आ रही ताज़ा जानकारी ने जिले के नागरिकों और प्रशासन दोनों की चिंता बढ़ा दी है। गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और अब स्थिति चेतावनी निशान के बेहद करीब पहुंच गई है। मंगलवार, 15 जुलाई की शाम 6 बजे गंगा का जलस्तर 58.67 मीटर दर्ज किया गया, जो चेतावनी बिंदु 59.32 मीटर से मात्र आधा मीटर नीचे है।
केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, यदि यही प्रवृत्ति बनी रही, तो बुधवार शाम तक जलस्तर चेतावनी के निशान को पार कर सकता है। फिलहाल, पानी औसतन हर घंटे दो सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रहा है, जो आने वाले दिनों में बक्सर में बाढ़ की आशंका को बढ़ा रहा है।
प्रयागराज और वाराणसी से राहत की खबर, लेकिन बक्सर की स्थिति चिंताजनक
बात अगर प्रयागराज और वाराणसी में गंगा के जलस्तर की करें तो यहाँ बढ़ोतरी की रफ्तार धीमी पड़ गई है, जिससे इन क्षेत्रों में थोड़ी राहत की उम्मीद है। लेकिन बक्सर जिला की स्थिति अब भी चिंताजनक बनी हुई है। प्रशासन और स्थानीय निवासियों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में बक्सर के विभिन्न घाटों पर गंगा नदी का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से तेज़ी से बढ़ा है। इससे स्थानीय जीवन प्रभावित हो रहा है और सावधानी बरतने की ज़रूरत पहले से अधिक बढ़ गई है।
बक्सर में डराने लगा गंगा नदी का जलस्तर, खतरे के निशान से महज 4 मीटर नीचे बह रहा है पानी
Buxar Flood 2025: घाटों पर दिखने लगा है बाढ़ का असर
बता दें की बढ़ते जलस्तर का सीधा असर घाटों पर दिखाई देने लगा है। रामरेखा घाट पर स्थित विवाह मंडप तक पानी पहुंच गया है, जो एक गंभीर संकेत है। वहीं सती घाट (कचहरी घाट) पूरी तरह जलमग्न हो चुका है। लोग अब इस घाट पर पहुंचने से कतरा रहे हैं। गोलाघाट पर बने नए घाट की लगभग सभी सीढ़ियाँ जल में समा गई हैं, जबकि पुराने घाट की कुछ सीढ़ियां अब भी नज़र आ रही हैं। यह नजारा स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों के लिए चिंता का विषय बन गया है।
बाढ़ की आशंका को लेकर तैयारियां तेज़, प्रशासन सतर्क
बक्सर जिला प्रशासन ने संभावित बाढ़ को देखते हुए मॉनिटरिंग और सतर्कता बढ़ा दी है। जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है और संवेदनशील क्षेत्रों में टीमों की तैनाती की गई है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, बाढ़ प्रभावित इलाकों की पहचान कर ली गई है और जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की योजना बनाई जा रही है। साथ ही, स्थानीय अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
फिलहाल बढ़ते जलस्तर और घाटों के डूबने से स्थानीय लोगों में भय और अनिश्चितता का माहौल बन गया है। घाट के आसपास रहने वाले लोग लगातार बदलती स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। कई परिवारों ने घर के कीमती सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है।
मौसम और जल प्रबंधन विभाग ने दी चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना है, जिससे Buxar Ganga Water Level और भी तेजी से बढ़ सकता है। जल प्रबंधन विभाग ने विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। मूलतः बक्सर में गंगा का जलस्तर एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है। चेतावनी निशान के बेहद करीब पहुंचने के बाद, प्रशासन और जनता दोनों को मिलकर सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
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फिलहाल राहत की बात यह है कि गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से थोड़ा दूर है स्थिति, लेकिन अगर पानी की गति यही रही, तो आने वाले दिनों में बक्सर में बाढ़ (Buxar Flood 2025) जैसे हालात बनने से इनकार नहीं किया जा सकता। लिहाजा अगर आप बक्सर या आसपास के क्षेत्र से हैं, तो कृपया स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें और सुरक्षित रहें।
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