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Apple ने चीन को दिया बड़ा झटका, अब भारत में बनेगा iPhone 17, कंपनी ने शुरू की मैन्युफैक्चरिंग

iPhone 17 Manufacturing in India

iPhone 17 Manufacturing in India: Apple कंपनी ने इस बार बड़ी रणनीतिक चाल चलते हुए अपने आगामी iPhone 17 मॉडल की मैन्युफैक्चरिंग भारत और चीन दोनों जगह एक साथ शुरू करने का फैसला किया है। यह फैसला न केवल भारत की मेक इन इंडिया मुहिम को नई उड़ान देता है, बल्कि ग्लोबल सप्लाई चेन में भी भारत की भूमिका को मज़बूत करता है। यह पहला मौका है जब Apple अपने प्रीमियम iPhone मॉडल को भारत में उसी समय असेंबल कर रहा है जिस समय चीन में इसकी शुरुआत हो रही है।

iPhone 17 Manufacturing in India: अगस्त से शुरू होगा भारत में iPhone का मेगा प्रोडक्शन

Foxconn की तमिलनाडु स्थित Sriperumbudur फैक्ट्री में iPhone 17 के पुर्जों की ट्रायल असेंबली शुरू हो चुकी है। चीन से डिस्प्ले, कैमरा मॉड्यूल और मैकेनिकल हाउसिंग जैसी यूनिट्स भारत भेजी गई हैं, जिससे यह साफ है कि Apple ने इस बार पहले से बेहतर प्लानिंग की है। Apple की योजना है कि iPhone 17 का बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन अगस्त से शुरू किया जाए ताकि सितंबर में होने वाले संभावित लॉन्च के समय पर्याप्त स्टॉक भारत में उपलब्ध हो।

भारत को नया मैन्युफैक्चरिंग सेंटर बना रहा है Apple

Apple बीते कुछ वर्षों से “China Plus One” रणनीति पर काम कर रहा है। इसके तहत कंपनी चीन के बाहर मैन्युफैक्चरिंग विकल्प तलाश रही है ताकि व्यापारिक तनाव, टैरिफ और लॉजिस्टिक समस्याओं का प्रभाव कम हो।

भारत में 35% उत्पादन का लक्ष्य

2026 तक Apple का लक्ष्य है कि उसके कुल iPhone उत्पादन का लगभग 35% हिस्सा भारत में हो। यह न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद होगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को भी मजबूत करेगा।

300 से अधिक इंजीनियरों को चीन ने भारत से बुलाया वापस

भारत में Apple की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए चीन ने Foxconn के 300 से अधिक चीनी इंजीनियरों को भारत से वापस बुला लिया है। इससे शुरुआती प्रोडक्शन में कुछ तकनीकी बाधाएँ जरूर आ सकती हैं, लेकिन भारतीय इंजीनियरिंग और तकनीकी कौशल के दम पर Apple ने विश्वास जताया है कि उत्पादन प्रभावित नहीं होगा।

iPhone मैन्युफैक्चरिंग में तमिलनाडु बना भारत का नया हब

तमिलनाडु अब iPhone निर्माण का भारतीय हब बन चुका है। Foxconn, Pegatron और Tata Electronics जैसी दिग्गज कंपनियाँ इस क्षेत्र में पूरी ताकत के साथ निवेश कर रही हैं। यह ‘मेक इन इंडिया’ पहल की अब तक की सबसे बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। Foxconn ने आने वाले वर्षों में लाखों रोजगार के अवसर पैदा करने और नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित करने की योजना बनाई है। इससे युवाओं को तकनीकी क्षेत्र में बड़ी संख्या में नौकरियाँ मिलने की संभावना है।

आपको बता दें की भारत में बने iPhones अब केवल घरेलू बाजार नहीं, बल्कि अमेरिका, यूरोप और एशिया के लिए भी निर्यात किए जा रहे हैं। यह भारत को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में मजबूती से खड़ा करता है और टेक्नोलॉजी सेक्टर में भारत की विश्वसनीयता बढ़ाता है।

गुणवत्ता की चुनौती से निपटने को तैयार भारत की वर्कफोर्स

चीनी तकनीशियनों की वापसी के चलते शुरुआती गुणवत्ता नियंत्रण में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। Apple को इस चुनौती से निपटने के लिए भारतीय वर्कफोर्स को तेजी से प्रशिक्षित करना होगा। भारत सरकार इस दिशा में Apple को हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है। टेक्निकल ट्रेनिंग, स्किल डेवलपमेंट और प्लांट एक्सपेंशन के ज़रिए यह बाधाएँ पार की जा रही हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबीक भारत में iPhone 17 की manufacturing केवल एक शुरुआत है। आने वाले समय में Apple अपने अन्य प्रोडक्ट्स—जैसे iPad, MacBook और Apple Watch—का निर्माण भी भारत में कर सकता है। इससे भारत टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल हब बन सकता है।

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