Mahakumbh Traffic Jam: मौनी अमावस्या के पवित्र अवसर पर कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज जा रहे हज़ारों लोग बिहार और उत्तर प्रदेश की सीमा पर महाजाम का सामना कर रहे हैं। पिछले 72 घंटों से यह स्थिति बनी हुई है, जिससे हालात बेहद गंभीर हो गए हैं। 29 जनवरी की सुबह से यूपी की ओर जाने वाली गाड़ियों को कई जगहों पर रोके जाने के कारण जाम लंबा और जटिल होता जा रहा है।
Mahakumbh Traffic Jam: 70 किलोमीटर तक लगा महाजाम
कैमूर जिले से मिली जानकारी के अनुसार यह Mahakumbh Traffic Jam लगभग 70 किलोमीटर तक फैल चुका है। इस महाजाम में फंसे लोग करीब 72 घंटे से परेशान हैं। मजबूरी में कई यात्रियों को पैदल ही इस जाम से बाहर निकलते देखा गया है। स्थिति इतनी विकट है कि लोग यह तक नहीं समझ पा रहे हैं कि जाम का कारण क्या है। कई इलाकों में गाड़ियों का पहिया आठ घंटे से भी ज्यादा समय तक नहीं हिला है।
मंगलवार से ही जाम की चपेट में हैं NH-19 के दोनों लेन
कैमूर जिले के कुदरा इलाके में NH-19 के दोनों लेन मंगलवार से ही जाम की चपेट में हैं। बुधवार की सुबह भी स्थिति जस की तस बनी रही। गाड़ियों के पहियों के न हिलने से एंबुलेंस का निकलना भी मुश्किल हो गया है। जाम समाप्त कराने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीमें तैनात हैं, लेकिन स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। कुदरा थाने के पुलिसकर्मी ने जानकारी दी कि महाकुंभ के चलते दोनों लेन पर जाम की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन की कोशिश है कि एक लेन को पहले क्लियर किया जाए। इसके लिए जगह-जगह पुलिस बल की तैनाती की गई है, लेकिन गाड़ियों की भारी संख्या के कारण प्रशासन के पसीने छूट रहे हैं।
यात्री और वाहन चालक परेशान
इस Mahakumbh Traffic Jam में फंसे कई यात्री और वाहन चालक 12 से लेकर 72 घंटों तक परेशानी झेल रहे हैं। एक बस चालक ने बताया कि वे 30 यात्रियों को लेकर कुंभ जा रहे थे, लेकिन मंगलवार सुबह से जाम में फंसे हैं। 12 घंटे में वे सिर्फ 50 किलोमीटर का ही सफर तय कर पाए हैं। दोनों लेन पूरी तरह जाम है।
ट्रक चालकों की परेशानी
कोलकाता से दिल्ली जा रहे एक ट्रक चालक ने बताया कि वे तीन दिनों से जाम में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा, “अगर जाम नहीं होता तो मैं अब तक दिल्ली पहुंच गया होता और अपनी गाड़ी खाली कर फिर से लोड कर ली होती।” एक अन्य यात्री ने बताया कि वे आसनसोल से चंदौली जा रहे थे और तीन दिनों से जाम में फंसे हुए हैं।
एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं पर प्रभाव
Mahakumbh Traffic Jam का सबसे बड़ा असर आपातकालीन सेवाओं पर पड़ा है। एंबुलेंस के फंसे रहने के कारण मरीजों को समय पर चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही है। पुलिस-प्रशासन की ओर से स्थिति को संभालने की पूरी कोशिश की जा रही है, लेकिन गाड़ियों की बेतहाशा संख्या और भगदड़ जैसी स्थिति के चलते जाम खत्म होने का कोई संकेत नहीं दिख रहा है।
प्रशासन की अपील: यात्री धैर्य बनाए रखें और वैकल्पिक मार्गों का पालन करें
प्रशासन ने महाकुंभ मेले के दौरान यात्रियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन द्वारा वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की जा रही है ताकि कुंभ मेले की दिशा में जाने वाले वाहनों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न हो। इसके साथ ही पुलिस बल को जाम की स्थिति को समाप्त करने के लिए अतिरिक्त निर्देश दिए गए हैं। महाकुंभ जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों में इस प्रकार की अव्यवस्था लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। प्रशासन से अपेक्षित है कि भविष्य में बेहतर यातायात प्रबंधन और नियंत्रण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। फिलहाल यात्रियों को संयम रखने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जा रही है।
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