NSDL IPO: भारत का सबसे बड़ा डिपॉजिटरी नेटवर्क NSDL (National Securities Depository Limited) अपने ₹4,011.6 करोड़ के IPO के लिए तैयार हो रहा है। इस बीच, HDFC Bank ने रणनीतिक कदम उठाते हुए अपनी हिस्सेदारी में कटौती की है और अब यह बैंक इस ऑफर से अपने निवेश पर 702% तक की शानदार कमाई करने की स्थिति में है।
IPO से पहले HDFC Bank ने घटाई कंपनी में हिस्सेदारी
सूत्रों के अनुसार, HDFC Bank ने पिछले एक वर्ष में 1.99 मिलियन शेयर बेचे, जिससे उसकी हिस्सेदारी घटकर 7.95% रह गई है। यह कमी 23 जुलाई तक दर्ज की गई, ठीक उस समय जब NSDL ने अपना IPO फाइलिंग किया।
- औसत अधिग्रहण कीमत: ₹108.29 प्रति शेयर
- IPO प्राइस बैंड: ₹760–₹800 प्रति शेयर
- अनुमानित कमाई: ₹161 करोड़ (टॉप बैंड पर)
ये भी पढ़ें: ₹114-₹120 प्राइस बैंड और ₹2.88 लाख का बड़ा लॉट साइज, जानिए इस SME IPO में निवेश की रड़नीती
NSDL IPO में बड़े विक्रेताओं की भूमिका
NSDL का बहुप्रतीक्षित IPO पूरी तरह से Offer for Sale (OFS) के तहत आ रहा है, जिसका मतलब है कि इससे कंपनी को नई पूंजी प्राप्त नहीं होगी, बल्कि मौजूदा निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। प्रमुख विक्रेताओं में IDBI Bank (26.1%), NSE (24%) और SUUTI (6.83%) शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि Kotak Mahindra Life ने पिछले वर्ष अपनी 2.97% हिस्सेदारी घटाई थी, लेकिन वह इस IPO के आधिकारिक विक्रेताओं में नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन संस्थानों की हिस्सेदारी में कटौती खुदरा निवेशकों के लिए नए अवसर खोल रही है।
ये भी पढ़ें: 1 अगस्त से देश में बदलेंगे कई बड़े नियम, लोगों की जेब पर पड़ेगा सीधा असर
खुदरा निवेशकों की बढ़ी दिलचस्पी
NSDL IPO में खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है, खासकर अप्रैल के बाद जब शेयर ट्रांसफर प्रक्रिया को सिर्फ एक दिन में पूरा करने का नियम लागू हुआ। इससे निवेशकों को तेजी और पारदर्शिता का भरोसा मिला। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, NSDL में खुदरा निवेशकों की संख्या 9,000 से 10,000 तक पहुंच चुकी है, जो पूंजी बाजार में इसकी मजबूत पकड़ को दर्शाता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि डिजिटल लेन-देन और ऑनलाइन निवेश विकल्पों की आसान उपलब्धता भी इस बढ़त का बड़ा कारण है, जिससे आम निवेशक अब IPO में सक्रिय भागीदारी कर रहे हैं।
अनलिस्टेड मार्केट में कैसा है NSDL का प्रदर्शन?
पिछले एक वर्ष में NSDL के शेयरों ने ₹800 से ₹1,200 के बीच कारोबार किया है और फिलहाल लगभग ₹1,000 के आसपास स्थिर हैं। आगामी IPO का प्राइस बैंड इससे कुछ कम, यानी ₹760–₹800 रखा गया है, लेकिन ₹165 का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) इस ओर संकेत कर रहा है कि लिस्टिंग प्राइस हाल के ऊपरी स्तरों को छू सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि शुरुआती निवेशक लंबे समय तक टिके रहे तो उन्हें बड़ा फायदा मिल सकता है। NSDL की ₹464 ट्रिलियन डिमैट एसेट्स की पकड़ इसे CDSL पर भारी बढ़त दिला रही है।
मानदंड | NSDL | CDSL |
---|---|---|
डिमैट एसेट्स | ₹464 ट्रिलियन | ₹70.5 ट्रिलियन |
बाजार हिस्सेदारी | प्रमुख (बड़ी संस्थाओं और कॉर्पोरेट निवेशकों की पसंद) | तेजी से बढ़ता (खुदरा निवेशकों में लोकप्रिय) |
स्थापना वर्ष | 1996 | 1999 |
निवेशकों की संख्या | लगभग 9,000–10,000 खुदरा निवेशक | काफी अधिक छोटे निवेशक |
IPO चर्चा | ₹4,011.6 करोड़ का IPO लॉन्च | पहले से लिस्टेड |
निवेशकों के लिए क्या है अवसर?
विशेषज्ञों का मानना है कि NSDL IPO पूंजी बाजार अवसंरचना में निवेश का एक बेहतरीन मौका है। कंपनी की पकड़ इतनी मजबूत है कि उसके पास ₹464 ट्रिलियन डिमैट एसेट्स हैं, जो CDSL से लगभग छह गुना अधिक है। साथ ही, अप्रैल से लागू हुए एक दिन में शेयर ट्रांसफर नियम ने खुदरा निवेशकों का भरोसा और बढ़ा दिया है। ग्रे मार्केट प्रीमियम भी सकारात्मक संकेत दे रहा है कि लिस्टिंग स्थिर और मजबूत होगी। विश्लेषकों की राय है कि अगर निवेशक इसे दीर्घकालिक नजरिए से देखें तो उन्हें आकर्षक और स्थायी रिटर्न की संभावना मिल सकती है।