Surya Grahan: 18 सितंबर को चंद्र ग्रहण लगने के बाद अब साल का दूसरा और सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस सूर्य ग्रहण को लेकर लोगों के मन में संशय है कि इसका भारत पर क्या असर होगा। कुछ लोग सोच रहे हैं कि जैसे 18 सितंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण का भारत में कोइ असर नहीं पड़ा, क्या वैसे ही इस सूर्य ग्रहण का हमारे देश पर असर नहीं होगा।
बिते दिनों यानि 18 सितंबर को चंद्र ग्रहण लगने के बाद अब साल का दूसरा और सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। बता दें कि इस सूर्य ग्रहण को लेकर बहुत से लोगों के मन में ये संशय है कि इसका भारत पर कितना और क्या असर होगा। इसके साथ ही कुछ लोग ये भी सोच रहे हैं कि जैसे 18 सितंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण का भारत में कोइ असर नहीं पड़ा था वैसे ही इस सूर्य ग्रहण का हमारे देश पर असर होगा या नहीं।
दुर्लभ नजारों में से एक हैं ग्रहण
बता दें कि खगोलीय घटनाओं में चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) और सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) सबसे प्रसिद्ध हैं। यह दोनों खगोलीय घटना आकाश में होने वाले सबसे दुर्लभ नजारों में से एक हैं। बता दें कि वैदिक ज्योतिष के अनुसार समय-समय पर ग्रहण लगते हैं, जिसका प्रभाव मानव जीवन और देश दुनिया पर पड़ता है।
कब लगता है Surya grahan
अब कुछ लोगों के मन में सवाल उठता है कि ये ग्रहण कब और कैसे लगता है। तो यहाँ आपको बता दें कि जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है और इस दौरान चंद्रमा कुछ समय के लिए सूर्य को ढक लेता है ऐसी स्थिति को सूर्य ग्रहण कहते हैं। वहीं जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच होती है, जिससे पृथ्वी चंद्रमा पर छाया डालती है तो ऐसी परिस्थिति को चंद्र ग्रहण कहते हैं।
साल का आखिरी Surya Grahan
बता दें साल 2024 का पहला ग्रहण 8 अप्रैल को लगा था। जिसके बाद अब साल का दुसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है। अब सवाल उठ रहा है कि आखिर कब ये Surya grahan लगने वाला है और यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा या नहीं। तो साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर 2024 को लग रहा है। जो इस साल का आखिरी ग्रहण होगा।
ग्रहण के दौरान हमें क्या करना चाहिए
बता दें कि ग्रहण के दौरान ज्यादा से ज्यादा मंत्र जप करना चाहिए। दरसल हिन्दू मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि अगर आप किसी मंत्र का जाप करते हैं या किसी तान्त्रिक विद्या पर सिध्धी पाना चाहते हैं, तो ग्रहण के दौरान आपके लिए वे सभी कार्य करना काफी फलदायी होता है।
Surya Grahan के बारे में क्या कहते हैं हिंदू पंचांग
आपको बता दें कि हिंदू पंचांग के अनुसार यह दूसरा Surya grahan वल्याकार होगा। जिसे रिंग ऑफ़ फायर भी कहा जाता है। बता दें कि वल्याकार सूर्य ग्रहण (Ring of Fire) तब होता है, जब चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से नहीं ढक पाता है। जिसके कारण सूर्य का बाहरी हिस्सा एक चमकीले रिंग के रूप में दिखाई देता है।
भारत पर इस ग्रहण का कैसा होगा प्रभाव
इस साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत इंडिया में दिखाई नहीं दिया था। वहीं अब साल का आखिरी Surya grahan भारतीय समय के अनुसार रात में लगने वाला है, ऐसे में इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा। ऐसे में भारत पर इस ग्रहण का सुतक काल लागू नहीं होगा। इसके साथ ही इस ग्रहण का भारत पर कोइ प्रभाव नहीं पडेगा। भारत के अलावा साल का यह दूसरा सूर्य ग्रहण आपको ब्राजील, कुक, आइलैंड्स, चिली, पेरू, अर्जेंटीना, मेक्सिको, होनोलूलू, फिजी, उरुग्वे, अंटार्कटिका, न्यूजीलैंड, आर्कटिक और बेका आइलैंड जैसे देशों में दिखाई देगा।
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