Sharab Tashkari, Buxar: सोमवार को बिहार के बक्सर जिले में पुलिस ने शराब तस्करों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया। पुलिस ने एक ट्रक से लगभग 30 लाख रुपये मूल्य की शराब जब्त की। इस शराब को तस्करों ने ट्रक के भीतर तहखाना बनाकर छिपाया था। इस मामले में राजस्थान के रहने वाले ट्रक चालक को गिरफ्तार किया गया है।
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Sharab Tashkari: चंडीगढ़ से दरभंगा भेजी जा रही थी शराब की खेप
इस कार्रवाई की जानकारी SP Shubham Arya ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार चालक का नाम स्वरूप राम है। वह राजस्थान के बाड़मेर जिले के निगाणा थाना क्षेत्र के रवाली गांव का रहने वाला है। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि शराब की यह खेप पंजाब के चंडीगढ़ से बिहार के दरभंगा भेजी जा रही थी।
कैसे मिली पुलिस को सूचना?
पुलिस को इस तस्करी की जानकारी सोमवार दोपहर को मिली। डुमरांव एसडीपीओ अफाक अंसारी और नया भोजपुर ओपी के प्रभारी मनीष कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। ट्रक को नया भोजपुर सब्जी मंडी के पास रोक लिया गया।
ट्रक में तहखाने में छिपाई गई थी शराब
बिहार में शराबबंदी के बावजूद तस्करों ने शराब की अवैध सप्लाई के लिए एक अनोखी चालाकी अपनाई। उत्तर प्रदेश से बिहार में दाखिल हुए ट्रक के तहखाने में लोहे की बड़ी सेल बनाकर उसमें 4662 लीटर विदेशी शराब छिपाई गई थी। शराब को भूसे की बोरियों के नीचे रखा गया था, ताकि उत्पाद विभाग के स्कैनर को चकमा दिया जा सके। इस ट्रक को राजधानी पटना ले जाया जा रहा था, लेकिन बक्सर-आरा एनएच 922 (Buxar-Ara NH 922) पर नया भोजपुर ओपी की पुलिस ने इसे पकड़ लिया। बरामद शराब की कीमत करीब 25-30 लाख रुपये आंकी गई है।
मुख्य तस्कर की तलाश जारी
एसपी शुभम आर्य (Buxar SP) ने बताया कि पुलिस की टीम अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस शराब की बड़ी खेप का मुख्य तस्कर कौन है। यह भी जांच की जा रही है कि इस तस्करी में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। इस बड़ी सफलता का श्रेय पुलिस की सक्रियता और सूझबूझ को जाता है। समय पर सूचना मिलने और त्वरित कार्रवाई के चलते पुलिस ने शराब की इस खेप को जब्त कर लिया। इससे न केवल शराब तस्करी का बड़ा नेटवर्क उजागर हुआ है, बल्कि बिहार सरकार की शराबबंदी को भी मजबूती मिली है।
तस्करों की साजिश को नाकाम करने का संदेश
यह घटना शराब तस्करों के लिए एक कड़ा संदेश है कि उनकी चालाकियां पुलिस की सतर्कता और पैनी निगरानी के सामने टिक नहीं सकतीं। बक्सर पुलिस की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रशासन तस्करी पर नकेल कसने के लिए पूरी तरह से तत्पर है और ऐसे मामलों में किसी भी तरह की ढिलाई बरतने के मूड में नहीं है। तस्करों की नई तरकीबें भी पुलिस की मुस्तैदी के आगे विफल हो रही हैं, जिससे कानून व्यवस्था बनाए रखने की प्रतिबद्धता साफ झलकती है।