|

Silent Heart Attack symptoms: आपके शरीर में दिखने वाले ये मामूली लक्षण बन सकते हैं मौत का कारण, जानीए साइलेंट हार्ट अटैक के संकेत और बचाओ के तरीके

Silent Heart Attack Symptoms, risk warning and sign

Silent Heart Attack: हम अक्सर मानते हैं कि दिल का दौरा (Heart Attack) सिर्फ सीने में तेज दर्द और बेहोशी के साथ ही आता है, लेकिन असलियत इससे कहीं ज़्यादा खतरनाक है। कई बार दिल की बीमारी चुपचाप अपना असर दिखा रही होती है और हम उसे रोजमर्रा की थकान या तनाव मानकर अनदेखा कर देते हैं। इसी छुपे हुए खतरे को कहा जाता है Silent Heart Attack।

Silent Heart Attack symptoms: थकान से लेकर पसीने तक, ये संकेत न करें नजरअंदाज

साइलेंट हार्ट अटैक वह खतरनाक स्थिति है, जिसमें दिल धीरे-धीरे कमजोर होता है, लेकिन शरीर में कोई तेज़ चेतावनी नहीं आती। इसके लक्षण (Silent Heart Attack Symptoms) इतने सूक्ष्म होते हैं कि लोग अक्सर उन्हें सामान्य थकावट या तनाव समझकर अनदेखा कर देते हैं। लगातार थकान जो आराम से भी दूर न हो, सीने में हल्का दबाव, बिना मेहनत किए सांस फूलना, पीठ या जबड़े में हल्का दर्द, चक्कर आना, मिचली और ठंडा पसीना जैसे लक्षण इस अटैक के संकेत हो सकते हैं।

क्यों खतरनाक है Silent Heart Attack?

चूंकि इसमें तेज़ दर्द या ड्रामेटिक लक्षण नहीं होते, लोग इसे सामान्य कमजोरी या तनाव समझ लेते हैं। लेकिन हकीकत यह है कि इससे heart muscle को नुकसान पहुंचता है। बिना इलाज के यह आगे चलकर दिल की गंभीर बीमारी जैसे heart failure या arrhythmia का कारण बन सकता है। हार्ट एक्सपर्ट्स के अनुसार, ऐसे लक्षण दिखें तो ECG या कार्डियक चेकअप जरूर करवाएं।

किन लोगों को होता है Silent Heart Attack का ज्यादा खतरा?

साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा उन लोगों में अधिक होता है जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं या जिनकी जीवनशैली अस्वस्थ है। डायबिटीज़, उच्च रक्तचाप (BP), और उच्च कोलेस्ट्रॉल जैसे रोगों से ग्रस्त लोगों में यह खतरा कई गुना बढ़ जाता है। धूम्रपान करने वाले और 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को भी विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। इसके अलावा जिनके परिवार में पहले कभी heart disease की हिस्ट्री रही हो, उन्हें भी नियमित ECG और हार्ट हेल्थ से जुड़े ब्लड टेस्ट जरूर कराते रहना चाहिए ताकि समय रहते इलाज संभव हो सके।

साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण दिखने पर क्या करें?

अगर आपको बिना कारण थकान, सांस फूलना, पीठ या जबड़े में दर्द, या हल्का सीने का दबाव लंबे समय से महसूस हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें क्योंकि ये Silent Heart Attack के लक्षण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में तुरंत किसी हृदय रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें। समय पर कराई गई ECG, इको (Echo), या TMT टेस्ट दिल की स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं। साथ ही, ब्लड ट्रॉपोनिन टेस्ट से यह पता चलता है कि हार्ट मसल को कोई नुकसान तो नहीं हुआ। जल्द जांच ही आपकी जान बचा सकत

साइलेंट हार्ट अटैक से बचने के असरदार ऊपाये

साइलेंट हार्ट अटैक एक ऐसा खतरा है जो बिना किसी स्पष्ट लक्षण के दिल को नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन सही जीवनशैली अपनाकर इससे काफी हद तक बचाव संभव है। इसके लिए सबसे जरूरी है संतुलित, फाइबर युक्त और कम वसा वाला आहार लेना, जिससे ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहे।

रोजाना कम से कम 30 मिनट टहलना, योग या हल्का व्यायाम भी दिल की मांसपेशियों को मज़बूत बनाता है। धूम्रपान और शराब छोड़ना, वजन और रक्तचाप नियंत्रित रखना, पर्याप्त नींद और तनावमुक्त जीवन जीना दिल की सेहत के लिए बेहद आवश्यक है।

Silent Heart Attack symptoms को पहचानना और समय रहते इलाज करवाना आपकी जान बचा सकता है। अक्सर ये लक्षण इतने साधारण होते हैं कि हम उन्हें नज़रअंदाज़ कर देते हैं। लेकिन जब बात heart disease की हो, तो सावधानी ही सुरक्षा है। थोड़ी सतर्कता, थोड़ी जागरूकता और समय पर डॉक्टर से संपर्क आपके दिल को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकता है।

ऐसे ही और महत्वपूर्ण खबरों को अपने फोन पर पाने के लिए, जुड़िए हमारे WhatsApp ग्रुप और  WhatsApp चैनल से  — जय जगदंबा न्यूज – सच दिखाने का संकल्प

और पढ़ें…

खबरें और भी