बक्सर में भीषण सड़क हादसा, ट्रक-ट्रेलर की टक्कर में 21 वर्षीय युवक की दर्दनाक मौत
Truck Trailer Collision Buxar: बक्सर जिले के नया भोजपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एक भयानक दुर्घटना की खबर ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। घटना एनएच-922 पर चंदा गांव के पास हुई, जहां लोहे की सरिया से लदे ट्रक ने एक बालू लदे ट्रेलर में पीछे से भीषण टक्कर मार दी। हादसे में 21 वर्षीय ट्रक चालक मोहित कुमार की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
हिमाचल के बद्दी जा रहा था ट्रक, नींद की झपकी बनी मौत की वजह
मृतक मोहित कुमार उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले का रहने वाला था और ट्रक लेकर पटना से हिमाचल प्रदेश के बद्दी जा रहा था। बताया जा रहा है कि हादसे के समय मोहित को हल्की झपकी आ गई थी, जिससे ट्रक अनियंत्रित होकर सामने चल रहे ट्रेलर में जा भिड़ा। यह हादसा (Truck Trailer Collision Buxar) इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक का अगला हिस्सा पूरी तरह पिचक गया और लोहे की सरिया सीधे केबिन में घुस गई, जिससे मोहित की मौके पर ही मौत हो गई।
ट्रक का केबिन काटकर निकाला गया शव
हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के लोग, नया भोजपुर थाने की पुलिस और एनएचआई कर्मी मौके पर पहुंचे। ट्रक में मोहित बुरी तरह फंसा हुआ था, इसलिए जेसीबी मशीन की मदद से केबिन को काटकर शव को बाहर निकाला गया। यह मंजर देखकर मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं।
बदायूं का मोहित बना हादसे का शिकार, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
बता दें की मोहित कुमार, पिता खेम सिंह, बदायूं जिले का निवासी था। जैसे ही हादसे की खबर परिवार को मिली, पूरे गांव में मातम छा गया। परिजन तत्काल बक्सर के लिए रवाना हो गए हैं। 21 साल की उम्र में एक होनहार युवक की यूं अकाल मृत्यु ने सबको झकझोर कर रख दिया है।
एनएच-922 बन चुका है हादसों का हॉटस्पॉट
एनएच-922 अब हादसों का हॉटस्पॉट बन चुका है, जहां बक्सर सड़क हादसा (Truck Trailer Collision Buxar) जैसी घटनाएं आम होती जा रही हैं। दिन-रात दौड़ती भारी गाड़ियों, थकान और लापरवाही की यह खतरनाक मिलीभगत जानें ले रही है। ट्रक का एक्सीडेंट अब कोई नई बात नहीं रही, लेकिन हर बार इसकी कीमत एक निर्दोष परिवार को चुकानी पड़ती है।
नदी के ऊपर से गुजर रहा था ट्रक और कुछ ही सेकंड में हुआ खौफनाक हादसा, 11 लोगों की दर्दनाक मौत
अफसोस की बात ये है कि इन हादसों के पीछे छिपी असली वजहें जैसे चालक की थकावट, पर्याप्त विश्राम न मिलना और प्रेशर में लंबे सफर अब भी अनदेखी की जा रही हैं। लेकिन सवाल यह है की कब तक? क्या कोई ठोस कदम लिया जाएगा जिससे बक्सर सड़क हादसा जैसी घटनाएं न हों? या फिर मोहित कुमार जैसे और युवा ऐसे हादसों का शिकार होते रहेंगे?
ट्रक चालकों के लिए जरूरी है विश्राम और जागरूकता
ट्रांसपोर्ट कंपनियों और चालकों दोनों को यह समझने की ज़रूरत है कि नींद की झपकी जानलेवा हो सकती है। विशेष रूप से जब ट्रक जैसे भारी वाहन लंबे रूट पर जा रहे हों, तो नियमित अंतराल पर विश्राम और सुरक्षा उपकरणों का उपयोग ज़रूरी हो जाता है। Truck Trailer Collision Buxar जैसे हादसों से सबक लेकर जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए।
ऐसे ही और महत्वपूर्ण खबरों को अपने फोन पर पाने के लिए, जुड़िए हमारे WhatsApp ग्रुप और WhatsApp चैनल से — जय जगदंबा न्यूज – सच दिखाने का संकल्प
और पढ़ें…