Buxar Panchkoshi Mela: हमारे सनातन धर्म में त्योहारों का मौसम, दिवाली और छठ से प्रमुख त्योहारों के साथ अब खत्म होने लगा है। मगर आपको बता दे कि बिहार के बक्सर जिले में छठ के बाद हर साल की तरह इस साल भी सीताराम विवाह महोत्सव और पंचकोस मेला कि तैयारियां शुरू हो गई हैं। बता दें कि विश्व भर में बक्सर का प्रसिद्ध लिट्टी चोखा मेला 24 नवंबर को पंचकोस महोत्सव के दौरान मनाया जाएगा।
20 नवंबर से पांच दिवसीय पंचकोशी मेला (Buxar Panchkoshi Mela) का शुरुआत
जानकारों के मुताबिक बुधवार 20 नवंबर को अगहन कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि से पांच दिवसीय पंचकोशी मेला (Buxar Panchkoshi Mela) का शुरुआत होगा। जिस दौरान श्रद्धालु अहिरौली से अपनी यात्रा प्रारंभ करेंगे, वही इस यात्रा में 20 नवंबर यानि पंचकोशी मेला के पहले दिन श्रद्धालु अहिरौली, दूसरे दिन नादांव, तीसरे दिन भभुवर, चौथे दिन बड़का नुआंव और इस यात्रा के आखिरी यानी पांचवें दिन, 24 नवंबर को श्रद्धालु बक्सर के चरित्रवान में लिट्टी चोखा बनाकर बतौर प्रसाद ग्रहण करेंगे।
Buxar Panchkoshi Mela: बक्सर में आए थें प्रभु श्री राम
आपको बता दे की बक्सर का पंचकोशी मेला और इस दौरान लिट्टी चोखा बनाने का यह परंपरा, बेहद पुराना बताया जा रहा है। वहीं इस संदर्भ में अगर साधु-संतों और विद्वानों द्वारा दि गई जानकारी के आधार पर बात करें तो बक्सर के पंचकोशी (Buxar Panchkoshi Mela) यात्रा और इस दौरान लिट्टी चोखा बना कर खाने का परंपरा त्रेता युग से चला आ रहा है।
उनका कहना है कि कई ऐसे सदियों पुराने ग्रंथ और पुराण मिल जाएंगे जिनमें बक्सर के पंचकोशी यात्रा का वर्णन किया गया है। पंचकोशी यात्रा को लेकर ऐसा भी कहा गया है कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम जब विश्वामित्र की नगरी बक्सर में आए थे तो इस दौरान उन्होंने यहां लिट्टी चोखा खाया था। और तब से अब तक जिले में लिट्टी चोखा का या परंपरा पंचकोशी यात्रा के नाम से मनाया जाता है।
Sita Ram Vivah Mahotsav: 28 नवंबर से प्रारम्भ होगा श्री सीताराम विवाह महोत्सव
आपको बता दे की पंचकोशी मेला खत्म होने के अगले दिन इस मेला में आए साधु-संतों की विदाई कि जाएगी, इसके बाद अगले कुछ दिनों में श्री सीताराम विवाह महोत्सव शुरू हो जाएगा। दरअसल अगहन मास के त्रयोदशी तिथि से बक्सर जिले के नया बाजार इलाके में मौजूद राम जानकी आश्रम से श्री सीताराम विवाह महोत्सव, 28 नवंबर से प्रारम्भ होगा।
बता दे की पंचकोशी मेला (Buxar Panchkoshi Mela) हो या श्री सीताराम विवाह महोत्सव (Sita Ram Vivah Mahotsav), जिले में मनाए जाने वाले इन दोनों उत्सव में साधु संतों और इनके साथ-साथ दूर दराज से श्रद्धालुओं की भी भारी भीड़ देखने को मिलेगी।
देश के कई राज्यों से साधु संतों का होगा आगमन
बता दें कि फिलहाल जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक, सीताराम विवाह महोत्सव (Sita Ram Vivah Mahotsav) को लेकर जिले के नया बाजार इलाके में तकरीबन 10000 वर्ग फीट के खाली इलाके में 2000 वर्ग फीट का एक भव्य और खूबसूरत मंच बनाया जाएगा। इसके अलावा इस उत्सव में आए साधु संतों व श्रद्धालुओं के भोजन व प्रसाद वितरण के लिए तकरीबन 1700 वर्ग फीट में रसोई घर बनाया जाएगा।
बताया जा रहा है कि बक्सर जिले का श्री सीताराम विवाह महोत्सव (Sita Ram Vivah Mahotsav) 28 नवंबर से शुरू होकर 7 दिसंबर को सुबह समाप्त होगा। इस महोत्सव को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि इसमें देश के कई राज्यों से महान उपाधि वाले साधु संतों के साथ नामी विद्वानों का भी आगमन होगा।
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