Bihar Flood: नेपाल में भारी बारिश के कारण कोसी नदी (Koshi) का जलस्तर बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। बिहार के सुपोल और भागलपुर समेत कोसी सीमांचल के जिलों में बाढ़ का गंभीर खतरा मंडरा रहा है। आपको बता दें की वीरपुर स्थित कोसी बराज के 19 फाटक शुक्रवार की रात 12 बजे खोले गए थे। जिसके बाद शनिवार सुबह तक सभी 56 फाटक खोल दिए गए।
Bihar Flood: नमस्कार दोस्तों, इन दिनों नेपाल में हो रही भारी बारिश के कारण कोसी नदी का जलस्तर बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। जिसके चलते अब Bihar के सुपोल और भागलपुर समेत Koshi सीमांचल के जिलों में बाढ़ का गंभीर खतरा मंडरा रहा है। आपको बता दें प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रातो दिन तट बंधों की कड़ी निगरानी बढ़ा दी है। कोसी बराज से भारी मात्रा में रिकॉर्ड स्तर पर पानी छोड़े जाने की आशंका जताई गई। जिसके चलते बाढ़ कि स्थिति को देखते हुए सपोल में हाई अलर्ट जारी किया गया है। आपको बता दें नेपाल में भारी बारिश के कारण शनिवार को वीरपुर स्थित कोसी बराज के सभी 5 फाटक खोलने की नौबत आ गई।
स्कूलों को किया गया बंद
बता दें कि नदियों कि विक्राल स्थिति को देखते हुए, तटबंध के अंदर स्थित स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। वहीं माइकों के जरिए तटबंध के अंदर बसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का अपील किया गया है। बता दें कि कोसी बराज (Koshi Barrage) से 4 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा चुका है। जिसके बाद जिले के कई इलाकों में बाढ़ के आसार को लेकर लोग डरे हुए हैं। वहीं विभाग ने भी अपनी ओर से तट बंधों की निगरानी तेज कर दी है। बता दें कि सपोल के डीएम स्थिति का लगातार जायजा ले रहे हैं।
DM ने लिया स्थिति का जायजा
सपोल के डीएम का कहना है कि नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि होती जा रही है। उन्होंने बताया कि 8 बजे जो डेटा आया है उसके अनुसार 418000 क्युसेक पानी डीसचार्ज किया गया है। सपोल के डीएम ने कहा कि पिछले साल भी करीब 462000 क्युसेक पानी डिस्चार्ज आया था। जो काफी स्मूथली पास कर गया था। सपोल डीएम ने कहा कि तटबंध पर कहीं कहीं छरण हुआ था। जिसे फ्लड फाइटिंग वर्करो ने ठीक कर लिया था। डीएम ने कहा कि हमारे सारे इंजीनियर्स रात से ही अलर्ट हैं। अभी वर्तमान में पानी काफी स्मुथली पास कर रहा है। इसके अलावा कहीं पर कोई तटबंध पर कोई असुरक्षा की स्थिति नहीं है।
बारिश ने बिहार के लिए खड़ी कर दी गंभीर चुनौती
नेपाल के पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश ने बिहार के लिए गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है नेपाल के जल स्त्रोतों से निकलने वाली नदियों में जल स्तर तेजी से बढ़ता है जो बिहार की नदियों को भी प्रभावित करता है कोसी नदी को बिहार का शोक कहा जाता है क्योंकि हर साल यह नदी नेपाल से बड़ी मात्रा में पानी लेकर बिहार के सीमांचल और कोसी क्षेत्र में बाढ़ का संकट पैदा करती है। जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने शुक्रवार को ही कोसी सीमांचल के जिलों और भागलपुर के जिलाधिकारियों को स्थिति को गंभीरता से लेते हुए अलर्ट रहने के निर्देश दिए थे शुक्रवार रात से ही तट बंधों की चौकसी और निगरानी बढ़ा दी गई थी।
कोसी बराज के खोले गएं 56 फाटक
बता दें कि शनिवार की सुबह हालात इतने बिगड़ गए हैं कि कोसी बराज के सभी फाटक खोलने की नौबत आ गई है। दरसल वीरपुर स्थित कोसी बराज के 19 फाटक शुक्रवार की रात 12 बजे खोले गए थे। जिसके बाद शनिवार सुबह तक सभी 56 फाटक खोल दिए गए। इस दौरान कोसी से 4 लाख क्यूसेक से भी ज्यादा पानी का डिस्चार्ज किया गया। और दोपहर तक डिस्चार्ज बढ़कर 7 लाख क्यूसेक तक पहुंचने की आशंका जताई गयी है। अब तेजी से बढ़ता जलस्तर बाढ की भयावह स्थिति का संकेत दे रहा है। फिलहाल सुपौल में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन ने तट बंधों के भीतर रहने वाले लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने का निर्देश दिया है। इसके अलावा तटबंध के अंदर स्थित सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला किया गया है।
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