बक्सर में शराब तस्करी पर बड़ी कार्रवाई, वीर कुंवर सिंह चेकपोस्ट से 864 लीटर विदेशी शराब जब्त
Buxar 864 Liter Liquor Seized: बक्सर जिले में शराबबंदी के बावजूद तस्करी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बुधवार को वीर कुंवर सिंह चेकपोस्ट पर उत्पाद विभाग की टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल की। जांच के दौरान एक संदिग्ध बोलेरो पिकअप को रोका गया और तलाशी लेने पर भारी मात्रा में शराब बरामद की गई।
Buxar 864 Liter Liquor Seized: बोलेरो पिकअप से मिली 100 पेटी शराब
आपको बता दें कि तलाशी में गाड़ी से 100 पेटी विदेशी शराब मिली। इनमें 50 पेटी ऑफिसर चॉइस 180 एमएल टेट्रा पैक व्हिस्की और 50 पेटी 8 पीएम 180 एमएल टेट्रा पैक व्हिस्की शामिल है। खास बात यह है कि इतनी बड़ी खेप को बड़ी सावधानी से छुपाकर ले जाया जा रहा था, लेकिन उत्पाद विभाग की सतर्कता से तस्करों की यह चाल नाकाम हो गई। कुल मिलाकर लगभग 864 लीटर विदेशी शराब जब्त (864 liters liquor seized) की गई है।
उत्पाद अधीक्षक ने दी जानकारी
गौरतलब है कि इस कार्रवाई की जानकारी उत्पाद अधीक्षक अशरफ जमाल ने दी। उन्होंने बताया कि बोलेरो पिकअप वाहन को जब्त कर लिया गया है और फरार तस्करों की तलाश जारी है। उनके खिलाफ उत्पाद अधिनियम 30ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा,
“राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है। तस्कर लगातार नए-नए तरीके अपनाकर शराब की खेप ले जाने की कोशिश करते हैं, लेकिन विभाग पूरी तरह सतर्क है और सीमावर्ती इलाकों व चेकपोस्ट पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।”
बिहार में शराबबंदी और तस्करी की चुनौती
हालांकि बिहार सरकार ने पूर्ण शराबबंदी लागू कर रखी है, लेकिन आए दिन तस्करी के मामले सामने आते रहते हैं। खासकर सीमावर्ती इलाकों में शराब माफिया नए-नए हथकंडे अपनाकर शराब की खेप पहुंचाने की कोशिश करते हैं।
आपको यह भी जान लेना चाहिए कि बिहार में शराबबंदी को लेकर कई बार सवाल उठते हैं। कई मामलों में जहरीली शराब से लोगों की मौत भी हुई है, जिससे शराबबंदी पर बहस तेज हो जाती है। बावजूद इसके, सरकार का दावा है कि यह कानून लोगों के हित में है और इसे सख्ती से लागू किया जाएगा।
कैसे होती है शराब की तस्करी?
बता दें की तस्कर वाहनों में गुप्त तरीके से शराब की खेप छुपाकर ले जाते हैं। कभी सब्जी-फल की गाड़ियों में, तो कभी दूध के कंटेनरों में शराब भर दी जाती है। इस बार भी तस्कर बोलेरो पिकअप का इस्तेमाल कर रहे थे, लेकिन चेकपोस्ट पर उनकी चाल पकड़ ली गई।
हालांकि यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी बक्सर, सीवान, भागलपुर और सीमांचल क्षेत्रों में कई बार बड़ी-बड़ी शराब की खेप पकड़ी जा चुकी है। वहीं इतनी बड़ी मात्रा में शराब पकड़े जाने से यह साफ है कि तस्कर बड़े नेटवर्क के जरिए काम कर रहे हैं। विभाग की सतर्कता से बड़ी खेप बाजार में जाने से पहले ही रोक ली गई, जिससे संभावित नुकसान और अपराध पर लगाम लगी।
बता दें कि इस मामले में फरार तस्करों की पहचान की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी की उम्मीद है। उत्पाद विभाग ने सीमावर्ती जिलों में निगरानी और भी कड़ी कर दी है। राज्य सरकार का मानना है कि लोगों की सुरक्षा और सामाजिक व्यवस्था के लिए शराबबंदी जरूरी है। हालांकि, लगातार हो रही तस्करी यह सवाल जरूर उठाती है कि क्या सख्ती के बावजूद यह कानून पूरी तरह सफल हो पाया है या नहीं।