Sudhakar Singh Case: बक्सर के सांसद सुधाकर सिंह समेत सात लोगों ने मंगलवार को एसीजेएम प्रथम सुशील कुमार श्रीवास्तव की अदालत में पेश होकर अपने बयान दर्ज कराए। इन सभी पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप है। अदालत के समक्ष पेश होकर सभी ने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि उन्हें गलत तरीके से इस मामले में फंसाया गया है।
कोर्ट में पेश हुए सातों अभियुक्तों ने दी सफाई
मंगलवार को अदालत में पेश हुए बक्सर सांसद सुधाकर सिंह समेत अन्य आरोपियों ने वकील गोपाल सिंह के माध्यम से अदालत के समक्ष अपनी बात रखी। सभी आरोपियों ने कहा कि वे निर्दोष हैं और उन पर लगे आरोप झूठे हैं।
कौन हैं कोर्ट में पेश होने वाले सातों आरोपी
कोर्ट में पेश होने वाले सातों आरोपी का विवरण कुछ इस प्रकार है:
- सांसद सुधाकर सिंह (बक्सर)
- प्रमोद सिंह पप्पु (सिझुआ)
- राजदेव प्रसाद (कटरा कला)
- रामेश्वर सिंह (रामपुर)
- सुशील कुमार अग्रवाल (मोहनियां)
- गीता पासी (मोहनियां)
- कपिलमुनी गुप्ता (ड़डवा)
सभी ने अपने बयान में कहा कि वे इस मामले में निर्दोष हैं और गलत तरीके से फंसाए गए हैं।
क्या है Sudhakar Singh Case का पूरा मामला?
Sudhakar Singh Case मामले के सूचक मोहनियां थाना के तत्कालीन पुलिस अवर निरीक्षक सियाराम प्रसाद गुप्ता ने 23 जून 2009 को मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायत के अनुसार, 23 जून 2009 को बक्सर सांसद सुधाकर सिंह समेत दस लोग जबरन मोहनियां थाना परिसर में घुस गए। उन्होंने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को घेर लिया और दुर्व्यवहार किया।
- पुलिसकर्मियों के कार्य में बाधा डाली गई।
- राष्ट्रीय राजमार्ग (हाईवे) को जाम कर दिया गया।
- घंटों तक यातायात प्रभावित रहा।
- भीषण गर्मी में यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।
पुलिस के अनुसार, इस घटना के दौरान थाना अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की।
2009 के मामले में तीन अभियुक्तों की मौत, सात पर अभी भी जारी है सुनवाई
इस मामले में 23 जून 2009 को आरोप पत्र दाखिल किया गया था, जिसके बाद न्यायिक प्रक्रिया शुरू हुई। अब तक इस मुकदमे से जुड़े तीन अभियुक्त—तेज प्रताप सिंह, जवाहर सिंह और निर्मला कुमार की मृत्यु हो चुकी है। उनकी मौत के बाद अब कुल सात अभियुक्तों पर सुनवाई जारी है। न्यायालय में पेश किए गए साक्ष्यों और गवाहियों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है। कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि इस मामले का निपटारा जल्द किया जा सकता है, लेकिन न्याय प्रक्रिया में समय लग सकता है।
ये भी पढ़ें: बक्सर से प्रयागराज महाकुंभ नाव यात्रा पर प्रशासन ने उठाए कड़े कदम, बिना अनुमति नाव यात्रा पर रोक
बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने लगाया राजनीतिक साजिश का आरोप
बक्सर सांसद सुधाकर सिंह और अन्य अभियुक्तों का कहना है कि उनके खिलाफ दर्ज मामला पूरी तरह से राजनीतिक द्वेष का परिणाम है। उनका दावा है कि वे किसी भी अवैध गतिविधि में शामिल नहीं थे, बल्कि उन्हें साजिशन फंसाया गया है। सांसद सुधाकर सिंह ने कहा कि यह मामला उनकी छवि धूमिल करने और राजनीतिक नुकसान पहुंचाने के इरादे से दर्ज किया गया है। उन्होंने अदालत से निष्पक्ष जांच और न्याय की मांग की है। साथ ही, उनके समर्थकों का भी मानना है कि इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच होनी चाहिए।
अदालत में अगली सुनवाई पर सबकी नजरें
इस मामले की अगली सुनवाई जल्द होने वाली है, जहां अदालत में सभी अभियुक्तों के बयानों और सबूतों पर विचार किया जाएगा। सरकारी कार्य में बाधा डालने से जुड़े मामलों में कड़े प्रावधान होते हैं, इसलिए अदालत सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद उचित फैसला लेगी। इस मामले में सात अभियुक्तों पर सुनवाई जारी है, जिनमें बक्सर सांसद सुधाकर सिंह भी शामिल हैं। सभी आरोपियों ने खुद को निर्दोष बताया है और आरोपों को गलत करार दिया है। अब देखना होगा कि अदालत Sudhakar Singh Case में क्या निर्णय सुनाती है, जिससे भविष्य की दिशा तय होगी।