Hyderabad Fire Incident: हैदराबाद के ऐतिहासिक चारमीनार के पास स्थित गुलजार हाउस इलाके में आज सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक इमारत में आग लगने से कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 8 मासूम बच्चे और 5 महिलाएं शामिल हैं। हादसे की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आग लगने के बाद कुछ ही समय में पूरा इलाका धुएं से भर गया, जिससे कई लोग बेहोश हो गए।
Hyderabad Fire Incident: चारमीनार के पास मौत का मंजर, 8 मासूम बच्चों समेत 17 की दर्दनाक मौत
आग की सूचना सुबह करीब 6:30 बजे फायर डिपार्टमेंट को मिली, जिसके बाद 11 दमकल गाड़ियाँ मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गईं। घायलों को तुरंत पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। आग पर तो काबू पा लिया गया है, लेकिन इस घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है।
मरने वालों में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं शामिल
मृतकों की सूची बेहद मार्मिक है। इनमें 4 बुजुर्ग – प्रह्लाद, मुन्नी, राजेंद्र मोदी और सुमित्रा शामिल हैं। वहीं, जिन बच्चों की मौत हुई, उनके नाम हैं – हामेय (7), प्रियांश (4), इराज (2), आरुषि (3), ऋषभ (4), प्रथम (1), अनुयन (3) और इद्दू (4)। इसके अलावा अभिषेक, शीतल, वर्षा, पंकज और रजनी की भी जान गई है।
Hyderabad Fire Tragedy: क्या है हादसे की असली वजह?
हालांकि आग लगने के कारण की पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है, परंतु प्राथमिक जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। यह इलाका पुरानी दुकानों और आवासीय इमारतों से भरा हुआ है, जिनमें से कई एक-दूसरे से सटी हुई हैं और बहुत ही संकरी गलियाँ हैं। यही कारण रहा कि राहत और बचाव कार्य में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
गुलजार हाउस की तंग गलियों में फंसी ज़िंदगियां
पुलिस उपायुक्त स्नेहा मेहरा ने बताया कि जिस इमारत में आग लगी, उसमें केवल एक ही प्रवेश द्वार था। “फायरफाइटर्स ने एक और रास्ता बनाकर लोगों तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन तब तक कई लोग बेहोश हो चुके थे,” उन्होंने कहा। “यह क्षेत्र पुरानी दुकानों और नई निर्माण गतिविधियों का मिश्रण है, जहां रास्ते बेहद संकरे हैं।”
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हैदराबाद अग्निकांड: PM मोदी का बड़ा ऐलान, पीड़ितों को मिलेंगे 2 लाख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Hyderabad fire incident (हैदराबाद अग्निकांड) पर गहरा शोक व्यक्त किया है और मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। घायलों को ₹50,000 की सहायता राशि दी जाएगी। वहीं, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को राहत कार्य तेज़ करने और घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।
“बुनियादी सुविधाओं में सुधार जरूरी” – केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी
केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद कहा, “मैं किसी पर आरोप नहीं लगा रहा, लेकिन यह स्पष्ट है कि फायर, पुलिस और बिजली विभागों की कार्यप्रणाली में सुधार की जरूरत है। हमें आधुनिक तकनीक अपनानी होगी ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। मैं प्रधानमंत्री से बात करूंगा और प्रभावित परिवारों के लिए केंद्र से सहायता की मांग करूंगा।”
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ओवैसी और अन्य नेताओं की संवेदना, लेकिन सिस्टम पर सवाल कायम
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि प्रभावित परिवार पिछले 100 वर्षों से उसी क्षेत्र में रह रहा था। “मैं फायर सर्विस विभाग से बात कर चुका हूँ, अधिकतर मौतें धुएं के कारण हुईं। हमें भविष्य में ऐसी आपदाओं (Hyderabad fire incident) से बचने के लिए सख्त दिशा-निर्देशों की जरूरत है।”
राज्यसभा सांसद एम. अनिल कुमार यादव ने कहा, “हालांकि फायर डिपार्टमेंट और अन्य एजेंसियों ने भरसक प्रयास किया, लेकिन हमारी तैयारियों की कमी उजागर हो गई है।”
जय जगदंबा न्यूज़ परिवार पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता है।
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