Mini Moon: अब आसमान में दिखेंगे 2 चांद। धरती के करीब पहुंचे दूसरे चांद पर टिकी है दुनिया की नजर।

Mini Moon

Mini Moon: आने वाले दिनों में हमें अंतरिक्ष में अनोखी खगोलीय घटना देखने को मिल सकती है। आपको जानकर हैरानी होगी की इस महीने से धरती से आकाश में दो चांद दिखने जा रहा है। आसमान में दिखने वाले दूसरे चांद को वैज्ञानिकों ने मिनी मून नाम दिया गया है। वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार आसमान में दिखने वाला दूसरा चांद करीब दो महीने तक दिखता रहेगा। आसमान में यह चांद की तरह ही दिखेगा।

Mini Moon: नमस्कार दोस्तों आने वाले दिनों में हमें अंतरिक्ष में अनोखी खगोलीय घटना देखने को मिल सकती है। दरसल अब तक हमने आसमान में हमेशा एक चांद देखा है । मगर शायद आपको यह बात जानकर हैरानी होगी की इस महीने से धरती से लोगों को आकाश में एक कि जगह दो चांद दिखने जा रहा है। बता दें कि आसमान में दिखने वाले दूसरे चांद को वैज्ञानिकों ने मिनी मून नाम दिया गया है। वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार आसमान में दिखने वाला दूसरा चांद करीब दो महीने तक दिखता रहेगा। दरसल मिनी मून 29 सितंबर से 25 नवंबर तक धरती की ऑर्बिट में एक चक्कर लगाएगा। अब यहां गौर करने वाली बात है कि भले ही इसे मिनी मून नाम दिया गया है मगर ये कोइ चांद नहीं है। दरसल यह एक एस्टेरॉइड (astroid) है जो पृथ्वी की ऑर्बिट में कुछ दिनों का ही मेहमान होगा। यह मिनी मून एस्टेरॉइड 2024 पीटी पा है। जानकारों के मुताबिक आसमान में यह चांद की तरह ही दिखेगा। इस वजह से इसे मिनी मून नाम दिया गया है। इसके अलावा इस मिनी मून एस्टेरॉइड को लेकर बताया गया है कि इसका साइज 10 मीटर है। जिसका तुलना एक साधारण बस के साइज से किया गया है।

काफी दुर्लभ है ये Mini Moon

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बता दें कि इस एस्टेरॉइड को टेरेस्ट्रियल इंपैक्ट लास्ट अलर्ट सिस्टम के जरिए खोजा गया था। फिलहाल ये एस्टेरॉइड 29 सितंबर से अगले 56 दिन के लिए पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र में खींचा रहेगा  इसके बाद यह फिर से सूर्य का चक्कर लगाने  लगेगा। आपको बता दें कि मिनी मून का दिखना काफी दुर्लभ माना जाता है। ये asteroid आमतौर पर धरती के ग्रेविटेशनल फोर्स के कारण धरती की ऑर्बिट में 10 से 20 सालों में एक बार ही आते हैं। सोध कर्ता बताते हैं कि ये एस्टेरॉइड काफी छोटे साइज के होते हैं। जिसकी वजह से इन्हें देख पाना नामुमकिन होता है। ऐसे asteroid का ऑर्बिट के इतने नजदीक घूमना भी काफी कम होता है, क्योंकि ज्यादातर मामलों में asteroid ग्रह में आने से चूक जाते हैं या फिर पृथ्वी के वायुमंडल में आते ही जल जाते हैं। ऐसे में मिनी मून जैसी घटनाएं काफी दुर्लभ होती हैं। मगर फिलहाल बता दें कि धरती की ऑर्बिट में ऐसे कई एस्टेरॉइड की पहचान की गई है, जिनमें से सबसे पहले 2022NX नाम के एक मिनी मून को पहली बार 1981 में देखा गया था। जिसके बाद कुछ समय तक अदृश्य होने के बाद इसे साल 2002 में फिर से देखा गया था। बता दें कि वैज्ञानिकों का मानना है कि यह एस्टेरॉइड साल 2051 से 2055 में दोबारा दिखाई दे सकता है।

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