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Bajaj Housing Finance: दमदार लिस्टिंग के बाद अब क्या करें निवेशक। क्या फिलहाल शेयरों को खरीदना होगा सही फैसला!

Bajaj housing finance, IPO

Bajaj HOUSING FINANCE: नमस्कार दोस्तों। आज के कारोबारी दिन में Bajaj Housing Finance के शेयर भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट हो चुकें है। अब फिलहाल ये बात कहना गलत नहीं होगा कि शेयरों के इस लिस्टिंग में उन लोगों की मोटी कमाई हुइ है जिनको IPO के दौरान इस कंपनी के शेयर एलोट हुए थें। दरसल बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों के लिए इश्यू प्राइस ₹70 प्रति शेयर तय किया गया था. मगर, सोमवार यानि आज, इन शेयरों की धमाकेदार लिस्टिंग देखने को मिली है। बता दें कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर दोनों बाजार, यानि NSE और BSE पर ₹150 प्रति शेयर के भाव पर लिस्ट हुए हैं. जिसका मतलब स्पष्ट है कि निवेशकों को उनके निवेश पर 100% से ज्यादा का रिटर्न पहले दिन ही मिल चुका है। आपको बता दें की कंपनी के शेयरों कि लिस्टिंग के बाद, इसमें बड़ी ब्लॉक डील हुई है. वहीं अब बात करें इस ब्लॉक दिल की तो इस ब्लॉक डील में बजाज हाउसिंग फाइनेंस के 13.95 करोड़ शेयरों का सौदा किया गया है. जिसमें कुल इनवेस्टमेंट 2190 करोड़ रुपये कि गयी है.

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आगे क्या करें BAJAJ HOUSING FINANCE के निवेशक!

अब फिलहाल ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल उठता होगा कि अगर पहले ही दिन शेयर के भाव इतने चढ़ चुके हैं, तो क्या इन शेयरों में अभी और तेजी कि उम्मीद करनी चाहिए या फिर निवेशकों को प्रोफिट बुक कर लेना चाहिए। ऐसे में बता दें कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों की लिस्टिंग के बाद कंपनी के चेयरमैन संजीव बजाज ने कुछ अहम जानकारी साझा किया है। जिसमें उन्होंने बताया कि शेयरों कि लिस्टिंग में शानदार रिस्पॉन्स से उन्हें बेहद खुशी है. उन्होंने आगे कहा कि हमें हाउसिंग फाइनेंस सेगमेंट की इनकम में 12 से 15% के ग्रोथ की उम्मीद है. इसके साथ ही उन्हें 12 से 15% की स्थायी क्रेडिट ग्रोथ की भी उम्मीद है. संजीव बजाज के अनुसार कंपनी को फंड जुटाने में फिलहाल किसी तरह की दिक्कत सामने नहीं दिख रही है. बता दें कि अलग लिस्टिंग से NIMs पर कोई दबाव नहीं है. ऐसे में NIMs के स्टेबल बने रहने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि ऊंची दरों के बावजूद मांग पर कोइ असर नहीं दिखा है. संजीव बजाज ने कहा कि पिछले 7 वर्षों में क्वालिटी बिजनेस तैयार किया है. वहीं दरों में उतार-चढ़ाव का असर इसके डिमांड पर नहीं है. बता दें कि पिछले 3 साल में AUM में सालाना 31% के CAGR से ग्रोथ देखने को मिला है. वहीं ₹97,000 करोड़ की साइज के बाद विस्तार की भरपूर गुंजाइश है।

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