Kanchan Devi death in Buxar: बक्सर ज़िले के राजपुर थाना क्षेत्र के हरपुर गांव में शुक्रवार की सुबह एक दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। 25 वर्षीय कंचन देवी का शव उनके घर के कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला। यह खबर जैसे ही गांव में फैली, चारों ओर अफरा-तफरी मच गई और पूरे गांव में मातम छा गया। कंचन देवी, जो तीन बच्चों की मां थीं, अपने मायके में अपनी छोटी बहन और बच्चों के साथ रह रही थीं, जबकि उनके पति धर्मेंद्र राजभर रोज़ी-रोटी की तलाश में चेन्नई में नौकरी कर रहे थे।
न झगड़ा, न शिकायत – फिर क्यों कंचन ने चुना मौत का रास्ता?
गुरुवार की रात कंचन ने अपने परिवार के साथ सामान्य तरीके से खाना खाया और बच्चों व बहन के साथ सोने चली गई। किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि यह रात उसकी जिंदगी की आखिरी होगी। रात के सन्नाटे में कंचन ने ऐसा कदम उठाया, जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी। जब सुबह उसकी 16 वर्षीय बहन की आंख खुली, तो वह यह देखकर दहशत में आ गई कि उसकी दीदी पंखे से लटकी हुई थी। चीख-पुकार सुनकर अन्य परिजन और पड़ोसी जमा हो गए और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा कंचन देवी की रहस्यमयी मौत का असली राज
सूचना मिलते ही राजपुर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को नीचे उतरवाया। साथ ही फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया, जिसने कमरे की जांच कर जरूरी साक्ष्य जुटाए। पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन अभी किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचना जल्दबाज़ी होगी। सभी कोणों से जांच की जा रही है ताकि सच्चाई सामने लाई जा सके।
बक्सर: चरित्रवन में तालाब से मिला युवक का शव, इलाके में फैली सनसनी
परिवार और ग्रामीणों के लिए रहस्य बनी आत्महत्या
कंचन देवी की रहस्यमयी मौत के बाद परिजन और ग्रामीण हैरान हैं। कंचन देवी के व्यवहार को लेकर किसी ने भी कभी कोई असामान्यता नहीं देखी। उनका न किसी से झगड़ा हुआ था और न ही उन्होंने किसी मानसिक परेशानी का ज़िक्र किया था। लोगों का कहना है कि वह हमेशा परिवार के साथ व्यस्त रहती थीं और बच्चों की देखभाल में लगी रहती थीं। ऐसे में उनका यह आत्मघाती कदम एक रहस्य बन गया है।
कंचन देवी की मौत की खबर जैसे ही धर्मेंद्र राजभर को चेन्नई में मिली, वह सदमे में आ गए। उन्होंने तत्काल काम छोड़कर गांव के लिए प्रस्थान किया। परिवार के लिए यह समय बेहद कठिन है। तीन मासूम बच्चों की मां का यूं अचानक चला जाना न सिर्फ भावनात्मक रूप से तोड़ देने वाला है, बल्कि भविष्य की चिंता भी गहराने लगी है।
बक्सर में पिस्टल और देसी कट्टों के साथ 4 अपराधी गिरफ्तार, नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने की तैयारी
मां की मौत से टूट गई नन्हीं ज़िंदगियां, अब कौन देगा उन्हें सहारा?
मां की ममता के बिना अधूरी सी जिंदगी, कंचन देवी के तीन छोटे बच्चे अब मां की गोद से वंचित हो गए हैं। उनकी आंखों में डर, भ्रम और अकेलापन साफ झलक रहा है। गांव की महिलाएं कह रही थीं कि कंचन एक अच्छी मां और पत्नी थीं, लेकिन शायद अंदर ही अंदर किसी ऐसी पीड़ा से जूझ रही थीं, जिसे वह कभी किसी के साथ बाँट नहीं सकीं।
फिलहाल राजपुर थाने की पुलिस का कहना है कि इस आत्महत्या के पीछे के कारणों को जानने के लिए हर एंगल से जांच की जा रही है। फॉरेंसिक रिपोर्ट, पारिवारिक बैकग्राउंड, आर्थिक स्थिति और मानसिक स्थिति – सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस किसी निष्कर्ष तक पहुंचने की स्थिति में होगी।
बक्सर: ट्रेन से उतरते वक्त फिसली मां, गोद में थी मासूम… दोनों की दर्दनाक मौत
Kanchan Devi Death in Buxar: एक त्रासदी जो केवल मौत नहीं, कई सवाल छोड़ गई
बक्सर के हरपुर गांव में कंचन देवी की रहस्यमयी मौत (Kanchan Devi death in Buxar) ने सिर्फ एक परिवार को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को हिलाकर रख दिया है। यह सिर्फ एक आत्महत्या नहीं थी, बल्कि एक अलार्म है उस चुप्पी का, जो आज भी कई घरों में सुनी नहीं जाती। यह घटना साफ़ इशारा करती है कि मानसिक तनाव, सामाजिक दबाव और अकेलेपन की आग अंदर ही अंदर कैसे किसी को जला सकती है।
ऐसे ही और महत्वपूर्ण खबरों को अपने फोन पर पाने के लिए, जुड़िए हमारे WhatsApp ग्रुप और WhatsApp चैनल से — जय जगदंबा न्यूज – सच दिखाने का संकल्प
और पढ़ें…